फर्जी कागजात की मदद से 19 साल से नौकरी कर रहा था सिपाही, पट्टीदार की शिकायत के बाद केस
- गोरखपुर में फर्जी प्रमाणपत्र का इस्तेमाल कर एक युवक 19 साल से पुलिस में नौकरी कर रहा था। अब युवक के खिलाफ कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज किया गया है। चचेरे भाई के आरोप के बाद जीआरपी में तैनात सिपाही के प्रपत्रों की जांच की गई तो उसमें कमियां सामने आई।
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यूपी के गोरखपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां फर्जी प्रमाणपत्र का इस्तेमाल कर एक युवक 19 साल से पुलिस में नौकरी कर रहा था। अब युवक के खिलाफ कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज किया गया है। चचेरे भाई के आरोप के बाद जीआरपी में तैनात सिपाही के प्रपत्रों की जांच की गई तो उसमें कमियां सामने आई। इसके बाद एसपी जीआरपी के आदेश पर कैंट थाने में पुलिसकर्मी पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
देवरिया जिले के बढ़ौना हरदो गांव निवासी हिमांशु उपाध्याय ने एसपी जीआरपी से फर्जी नियुक्ति की शिकायत की थी। उन्होंने प्रार्थना पत्र में लिखा था कि उनके पट्टीदार सुशील कुमार उपाध्याय फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर 2006 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे। वर्तमान में जीआरपी में तैनात हैं। सुशील ने बार-बार अपनी जन्मतिथि बदलकर हाईस्कूल परीक्षा पास की और परिवार रजिस्टर में भी अपनी जन्मतिथि बदलवाकर नौकरी कर रहे हैं। शिकायती प्रार्थना पत्र के साथ ही हिमांशु ने हाईस्कूल की तीन जन्मतिथि वाली मार्कशीट, परिवार रजिस्टर की दो जन्मतिथि की फोटोकॉपी भी लगाई। एक वर्ष पहले की गई शिकायत पर एसपी जीआरपी ने जांच के निर्देश दे दिए थे।
गोपनीय विभागीय जांच में गलत जन्मतिथि इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद फिर चचेरे भाई ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करा दी। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित सिपाही पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।