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NCL में करप्‍शन पर CBI का ऐक्‍शन, जानें कहां मिले पौने 4 करोड़ और सोने के 3 कछुए

एनसीएल में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का खुलासा होने के CBI ने 2 अधिकारियों तकनीक योजना के निदेशक और CVC के घर छापेमारी की। सीबीआई ने निदेशक को गिरफ्तार कर लिया है।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, सोनभद्र। हिन्‍दुस्‍तानTue, 20 Aug 2024 04:36 AM
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CBI Action against corruption: नॉदर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का खुलासा होने के सीबीआई ने सोमवार को भी दो अधिकारियों तकनीक योजना के निदेशक और सीवीसी के घर छापेमारी की। सीबीआई ने निदेशक को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली की सीबीआई टीम ने सोमवार को दूसरे दिन एएसपी मुकेश कुमार के नेतृत्व में एनसीएल के निदेशक (तकनीक योजनाएं एवं परियोजना) सुनील प्रसाद सिंह और सीवीओ रवींद्र प्रसाद के घर छापेमारी की। सुबह पांच बजे हुई कार्रवाई के दौरान सीवीओ रवींद्र प्रसाद घर से फरार हो गया। वहीं सीबीआई ने निदेशक (तकनीक योजनाएं एवं परियोजना) सुनील के घर से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए। पूछताछ के बाद सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

निजी सचिव के घर से सोने के तीन कछुए बरामद

एनसीएल के प्रबंधक (सचिवालय) और सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा को सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार कर टीम ने 3.85 करोड़ रुपये बरामद किया था। पूछताछ के बाद निजी सचिव के घर के पीछे से टीम ने सोने के तीन कछुए भी बरामद किए जिनका वजन लगभग दो सौ ग्राम आंका गया।

पांच की हो चुकी है गिरफ्तारी

इस मामले में सीबीआई पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों में सीबीआई के डीएसपी जॉय जोसेफ दामले, सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा, मुख्य प्रबंधक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) बसंत कुमार सिंह, सिंगरौली स्थित संगम इंजीनियरिंग के निदेशक और बिचौलिए रविशंकर सिंह और उसके सहयोगी दिवेश सिंह शामिल है।

मशीन कंपनी का मालिक था बिचौलिया

सिंगरौली में नॉदर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में डीएसपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तारी से खलबली मच गई है। पूरे प्रकरण में यह बात सामने आई है कि यह खेल लंबे समय से चल रहा था। मेसर्स संगम इंजीनियरिंग (सिंगरौली) का मालिक रविशंकर सिंह ठेकेदारों, व्यापारियों और अधिकारियों का बिचौलिया था।

सीबीआई को शिकायत मिली कि विदेशी मशीनों के पार्ट्स की खरीद-फरोख्त में भारी गड़बड़ी की गई है। जांच सीबीआई जबलपुर के डीएसपी जॉय जोसेफ दामले को सौंपी गई। आरोप है कि जांच दबाने के लिए सीएमडी के पीए सूबेदार ओझा ने रविशंकर सिंह के जरिए दिनेश सिंह के हाथों पांच लाख रुपये जबलपुर के डिप्टी एसपी जेजे दामले के पास 16 अगस्त को भेजे थे।

घूस लेने के आरोप में सीबीआई ने डिप्टी एसपी को गिरफ्तार कर लिया। सिंगरौली पहुंच कर सीबीआई टीम ने एनसीएल के पीए सूबेदार ओझा, सुरक्षा अधिकारी वीके सिंह, निदेशक (तकनीक योजना) सुनील प्रसाद सिंह और मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) रवींद्र प्रसाद के यहां छापेमारी की। इस दौरान कई अहम दस्तावेज लगे। सीबीआई ने निदेशक (तकनीक योजना) सुनील प्रसाद सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।

मुलाकात कराने के एवज में मोटी रकम लेता था ओझा

सोनभद्र। एनसीएल सीएमडी का पीए सूबेदार ओझा लंबे अर्से से तैनात है। यहीं वजह है कि मशीनों के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनियों के अफसर सामानों की आपूर्ति के लिए उससे ही संपर्क साधते हैं। सीएमडी से मुलाकात कराने के एवज में वह मोटी रकम डील करता था। इसकी जानकारी जब अन्य कर्मचारियों को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत सीबीआई से की।

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