झाझर में एक माह में बीस से ज्यादा मौत
जनपद गौतमबुद्धनगर की सीमा से लगे गांव झाझर में बीते एक माह में कोरोना समेत अन्य बीमारियों से बीस से अधिक लोगो की मौत हो चुकी...
ककोड़। संवाददाता
जनपद गौतमबुद्धनगर की सीमा से लगे गांव झाझर में बीते एक माह में कोरोना समेत अन्य बीमारियों से बीस से अधिक लोगो की मौत हो चुकी हैं। वर्तमान में काफी लोग कोरोना पॉजिटिव होने पर होम क्वारंटाइन होकर उपचार ले रहे है। परंतु प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अभी भी नींद में सोया हुआ है।
बुलंदशहर सीमा के अंतिम गांव झाझर को बीते दिनों शासन ने यमुना विकास प्राधिकरण में सम्मिलित करा दिया। करीब पन्द्रह हजार की आवादी वाले गांव झाझर में वर्तमान में स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधत्व करने वाला कोई नहीं है। गांव में बीते एक माह में राजकुमार, कुंवरपाल, शतीस, घनश्याम, प्रदीप समेत बीस से अधिक मौतें हो चुकी है। फिलहाल भी गांव में कई परिवारों में कोरोना पॉजिटिव मरीज जो होमक्वारेटाईन होकर अपना उपचार करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम या प्रशासन की टीम ग्रामवासियों का हाल जानने की जहमत नहीं उठा रही है। प्राधिकरण में सम्मिलित होने पर इस बार चुनाव न होने पर स्थानीय प्रतिनिधित्व न होने के कारण गांव को अभी तक न तो सैनेटाईज किया गया। न कोई कीटनाशक छिड़काव। ग्रामीणों का कहना है कि प्राधिकरण में जाने से उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। वही गांव में संक्रमण फैलने से ग्रामीणों में भय का माहौल है।
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