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मैन्यूअल एमएसटी ने बढ़ाई रोडवेज की आय, कई लाख कमाए

Bijnor News - मैन्यूअल मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) ने बिजनौर डिपो की आय में लाखों का इजाफा किया है। डिपो को हर माह लगभग पांच लाख रूपये की आमदनी हो रही है। स्मार्ट कार्ड एमएसटी के कारण विभाग को नुकसान हो रहा था, जिसे...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरTue, 15 April 2025 11:24 PM
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मैन्यूअल एमएसटी ने बढ़ाई रोडवेज की आय, कई लाख कमाए

मैन्यूअल मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) ने बिजनौर डिपो की आय में लाखों का इजाफा किया है। मैन्यूअल एमएसटी से डिपो को करीब हर माह पांच लाख रूपये की आमदनी हो रही है। एक माह में अकेले बिजनौर डिपो से ही करीब 400 मैन्यूअल एमएसटी बनवाई जाती है। रोडवेज को स्मार्ट कार्ड वाली एमएसटी से विभाग को नुकसान होता था। बिजनौर डिपो के बेडे में करीब 139 बसें शामिल है। बिजनौर डिपो से हर माह करीब 400 मैन्यूअल एमएसटी बनावाई जाती है। जिससे डिपो को एक मुश्त करीब पांच लाख रूपये की आमदनी होती है। उ.प्र. परिवहन विभाग में पहले मैन्यूअल एमएसटी बनाई जाती थी। जिसके लिए हर माह फोटो व आधार कार्ड की फोटो कॉपी विभाग को देनी होती थी। वर्ष 2012 में उ.प्र. परिवहन विभाग ने मैन्यूअल एमएसटी को खत्म कर उसके साथ पर स्मार्ट कार्ड एमएसटी चालू कर दी। विभाग ने आईसीआईसीआई से अनुबंध किया था। स्मार्ट कार्ड एमएसटी बनवाने के लिए आनलाइन फार्म भरना होता था। जिसके करीब एक माह बाद विभाग से स्मार्ट एमएसटी मिलती थी। स्मार्ट कार्ड एमएसटी में एटीएम की तरह चिप लगी होती थी, जो परिचालक के पास मौजूद ईटीवीएम मशीन से स्वीप होती थी। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक स्मार्ट कार्ड एमएसटी में चिप को घिसकर यात्री परिचालकों से लड़ते थे और एक माह की एमएसटी पर कई-कई माह फ्री चलते थे। जिससे विभाग को हर माह राजस्व का नुकसान हो रहा था। इस घोटाले को रोकने के लिए विभाग ने करीब डेढ़ साल पूर्व स्मार्ट कार्ड एमएसटी को खत्म कर दोबारा से मैन्यूअल एमएसटी शुरू कर दी थी। जिससे रोडवेज की आमदनी में इजाफा हुआ है। बिजनौर डिपो से सबसे ज्यादा एमएसटी चांदपुर व धामपुर रोड पर बनती है। सूत्रों के मुताबिक आधी से अधिक एमएसटी चांदपुर व धामपुर रोड पर चलने छात्रों की बनती है।

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40 लाख है हर माह डिपो की आमदनी

बताया जाता है कि बिजनौर डिपो की आमदनी हर माह 40 लाख से अधिक होती है। जिसमें करीब पांच लाख रूपये का योगदान मैन्यूअल एमएसटी से मिलने वाले एकमुश्त रकम का भी है।

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छात्रों से लिया जाता है 25 अप-डाउन का किराया

विभाग के मुताबिक एमएसटी में यात्रियों का फायदा होता है। विभाग एमएसटी पर एक माह में 60 अप-डाउन यात्रा मानता है। लेकिन यात्रियों से 36 अप-डाउन यात्रा का पैसा लेता है। जबकि छात्र-छात्राओं को एमएसटी में भी विशेष छूट दी जाती है। विद्यार्थियों से विभाग मात्र 25 अप-डाउन यात्रा का पैसा लेता है। विद्यार्थियों की एमएसटी स्कूल प्रधानाचार्य के प्रमाण पत्र पर बनाई जाती है।

कोट--

स्मार्ट कार्ड एमएसटी को क्षतिग्रस्त कर कुछ चालाक लोग रोडवेज को राजस्व का नुकसान पहुंचाने लगे थे। जिसके चलते विभाग ने मैन्यूअल एमएसटी दोबारा शुरू की थी। मैन्यूअल एमएसटी से आमदनी में इजाफा हुआ है। -अशोक कुमार एआरएम बिजनौर।

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