Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Bareilly boy won Smart India Hackathon for Postal Department

बरेली के छात्र ने डाक विभाग को दिया ऐसा समाधान कि जीत लिया एक लाख पुरस्कार वाला हैकाथॉन

  • बरेली के अभिनव गंगवार की टीम ने डाक विभाग को ऐसी तकनीक दी है जिससे वो किसी इलाके में किस तीन योजना पर फोकस करे जिससे लोगों को फायदा हो और उसे भी कामयाबी मिले।

Ritesh Verma हिन्दुस्तान टीम, आशीष दीक्षित, बरेलीMon, 30 Dec 2024 09:46 PM
share Share
Follow Us on

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 का ग्रांड फिनाले चेन्नई में हुआ। इसका उद्देश्य छात्रों से चुनौतियों के लिए अभिनव समाधान विकसित कराना था। प्रतियोगिता में बरेली के अभिनव गंगवार ने अपनी टीम के साथ डाक विभाग की समस्या का समाधान देकर एक लाख रुपये का पुरस्कार जीता है। डाक विभाग ने पूरे भारत में पोस्ट ऑफिस सेविंग योजना समान रूप से लागू किया है। हालांकि, प्रत्येक राज्य, जिला, ब्लॉक व गांव स्तर पर भौगोलिक और जनसांख्यिकीय विविधताएं मौजूद हैं। समस्या यह है कि किसी रिपोर्ट या डेटा का अभाव होने के कारण यह पता नहीं चल पाता है कि किस क्षेत्र में किस समय और किस योजना की सबसे अधिक आवश्यकता है।

उदाहरण के लिए पश्चिम बंगाल में कुछ गांव ऐसे हैं जहां महिलाओं की संख्या अधिक है। सुकन्या समृद्धि योजना और महिला समृद्धि सम्मान पत्र जैसी योजनाएं यहां अधिक प्रभावी परिणाम दे सकती है। कुछ स्थानों पर वरिष्ठ नागरिकों की संख्या अधिक होती है। सीनियर सिटीजन सोशल सिक्योरिटी योजनाओं का वहां अधिक प्रचार-प्रसार किया जा सकता है।

अभिनव ने अपनी टीम के साथ दिया समाधान

इस समस्या के समाधान के लिए आईआईआईटी भोपाल से बीटेक कर रहे बरेली निवासी अभिनव गंगवार और उनकी टीम ने एक व्यापक प्रणाली विकसित की। यह प्रणाली किसी विशेष क्षेत्र में उन 3 योजनाओं की सिफारिश करती है, जिनके सफल होने की संभावना सबसे अधिक होती है। इसके लिए यह जनसांख्यिकीय डेटा जैसे आयु वर्ग, व्यवसाय आदि, स्थानीय नागरिकों के सुझाव, प्रशासनिक अधिकारियों के स्तर पर योजनाओं के लिए निर्धारित लक्ष्य, खेती के मौसमी चक्रों में बदलाव, व्यक्तिगत योजना सिफारिशकर्ता आदि का इस्तेमाल किया गया।

सटीक योजनाओं की सिफारिश करती है यह प्रणाली

अभिनव ने बताया कि हमारी प्रणाली जनसांख्यिकीय और आर्थिक डेटा का उपयोग कर क्षेत्र की वास्तविकता को समझती है और सटीक योजनाओं की सिफारिश करती है। इसके माध्यम से न केवल योजनाओं के प्रचार-प्रसार की सफलता में वृद्धि होगी, बल्कि व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर वित्तीय सेवाओं का अधिकतम लाभ भी मिल सकेगा। तीन राउंड के मूल्यांकन के बाद अभिनव की टीम ग्रैंड फिनाले की विजेता रही। पुरस्कार में टीम को एक लाख रुपये का चेक भी दिया गया। हॉर्टमैन कॉलेज के छात्र रहे अभिनव ने कक्षा 10 में मंडल टॉप किया था। उनकी माता डॉ. रामश्री द्रौपदी कन्या इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्या हैं।

ये भी पढ़ें:स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन संपन्न, इंदौर और मुंबई की टीमों ने पाया प्रथम स्थान
ये भी पढ़ें:आईआईटी में होगा हैकाथॉन, साइबर सिक्योरिटी चुनौतियों का होगा समाधान
अगला लेखऐप पर पढ़ें