Water Supply Crisis in Begamganj Citizens Demand Immediate Action and Quality Improvement बोले बाराबंकी:मिल रहा गंदा व बदबूदार पानी, वो भी सिर्फ आधे घंटा, Barabanki Hindi News - Hindustan
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बोले बाराबंकी:मिल रहा गंदा व बदबूदार पानी, वो भी सिर्फ आधे घंटा

Barabanki News - बेगमगंज में नागरिकों ने पानी की आपूर्ति बढ़ाने, जलकल विभाग की नियमित सफाई और पानी की गुणवत्ता सुधारने की मांग की है। यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन की चेतावनी दी गई है। नगर पालिका ने मिनी...

Newswrap हिन्दुस्तान, बाराबंकीThu, 15 May 2025 07:47 PM
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बोले बाराबंकी:मिल रहा गंदा व बदबूदार पानी, वो भी सिर्फ आधे घंटा

बाराबंकी। बेगमगंज के नागरिकों की मांग है कि पानी की आपूर्ति का समय बढ़ाया जाए, जलकल विभाग नियमित सफाई करे और पानी की गुणवत्ता की जांच कर उसे पीने योग्य बनाया जाए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी अपेक्षा की जा रही है कि वे इस गंभीर समस्या को लेकर संजीदगी दिखाएं और नगर पालिका पर दबाव डालें। सुधार न होने पर बेगमगंज के निवासियों ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया। लोगों का कहना है कि पानी जीवन की मूलभूत आवश्यकता है और यदि नागरिकों को शुद्ध जल उपलब्ध नहीं कराया जा पा रहा है, तो यह प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है।

बेगमगंज जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में यदि यह स्थिति बनी रही, तो आने वाले दिनों में जनस्वास्थ्य पर भी बड़ा खतरा मंडरा सकता है। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी परेशान: मोहल्ले में सप्लाई होने वाला पानी गंदा और बदबूदार होता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पानी का रंग पीला पड़ जाता है, उसमें मिट्टी और बदबू होती है। ऐसे पानी से नहाना तो दूर, पीना भी खतरे से खाली नहीं है,पानी की रफ्तार इतनी कम होती है कि एक बाल्टी भरने में ही कई मिनट लग जाते हैं। कई घरों में पाइप लगाकर पानी भरने की कोशिश की जाती है, लेकिन दबाव इतना कम होता है कि कई बार पानी नलों तक पहुंचता ही नहीं। सुबह का समय सबसे जरूरी होता है, बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना होता है, खाना बनाना होता है, लेकिन जब पानी ही न हो तो क्या करे। पानी की कमी और उसकी खराब गुणवत्ता ने बेगमगंज के लोगों को प्रभावित किया है। यह केवल एक तकनीकी या आपूर्ति से जुड़ी समस्या नहीं है, बल्कि यह लोगों के स्वास्थ्य, समय और मानसिक शांति से भी जुड़ा हुआ मुद्दा है। जरूरत है कि प्रशासन शीघ्रता से कदम उठाए और इस समस्या का स्थायी समाधान करे। मिनी पंप लगाने का प्रस्ताव भेजा गया: बेगमगंज मोहल्ले में लंबे समय से चल रही जल संकट की समस्या को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका ने पहल शुरू कर दी है। विभाग ने मोहल्ले में मिनी पंप लगाने का प्रस्ताव तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा है। अगर यह प्रस्ताव स्वीकृत होता है, तो इलाके में पानी की आपूर्ति व्यवस्था में जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा। बेगमगंज के लोगों को अब तक सुबह के समय मात्र आधे घंटे के लिए ही बेहद धीमी गति से पानी मिल रहा था। ऊपर से पानी की गुणवत्ता भी बेहद खराब थी, गंदा और बदबूदार पानी पीने के लिए मजबूर लोग अब राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रस्ताव को जल्दी ही मंजूरी मिलने की संभावना है। अनुमति मिलते ही संबंधित ठेकेदारों को कार्य सौंपा जाएगा और पंप लगाने का काम शुरू हो जाएगा। 20 साल से अधूरी पड़ी पाइपलाइन: शहर के पीरबटावन मोहल्ले में पिछले दो दशकों से पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। 20 साल पहले यहां पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया। नतीजतन, नल कनेक्शन तो दिए गए हैं, लेकिन उनमें पानी नहीं आता। मोहल्ले के बुजुर्गों का कहना है कि “हर साल सिर्फ सर्वे होता है, काम शुरू नहीं होता। लोग हैंडपंप, टैंकर या बोतलबंद पानी पर निर्भर हैं। गर्मी के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। बनवा मोहल्ला में भी पानी की समस्या से अछूता नहीं है। यहां भी पाइपलाइन बिछाने का कार्य नहीं हो सका है। मोहल्ले के निवासियों का कहना है कि सिर्फ गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए थे, न पाइप आए, न पानी। आज भी लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते हैं। स्थानीय निवासी खुद अपने खर्च पर मोटर और टंकी लगवाकर पानी की व्यवस्था करते हैं। प्रशासन की उदासीनता पर लोगों में रोष है। 170 करोड़ से सुधरेगी पेयजल व्यवस्था:शहरवासियों को जल्द ही जल संकट से राहत मिलने की उम्मीद बताई जा रही है। नगर क्षेत्र में 170 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल व्यवस्था को सुधारने की बड़ी योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के तहत शहर भर में 20 नई पानी की टंकियां बनाई जाएंगी और 30 ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, जिससे पानी की आपूर्ति में स्थायित्व और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित की जा सकेगी। शहर के सभी मोहल्लों तक शुद्ध और पर्याप्त जल पहुंचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। कई वर्षों से जिन क्षेत्रों में पाइपलाइन अधूरी थी, उन्हें भी अब इस योजना में शामिल किया गया है। बेगमगंज, पीर बटावन, बनवा, कटरा आदि इलाको में यह काम होंगे। योजना के पहले चरण में इन क्षेत्रों में टंकियों व ट्यूबवेलों का निर्माण किया जाएगा, जिससे वहां के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर राहत दी जा सके। ग्रीडगंज वार्ड, बिजली कटौती बनी जल संकट की वजह:ग्रीडगंज वार्ड में बिजली कटौती के कारण पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। जल पंप बिजली पर निर्भर हैं और बिजली न रहने की स्थिति में पानी की सप्लाई पूरी तरह ठप हो जाती है। नतीजतन, लोगों को रोजाना पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ‘हर दूसरे दिन बिजली गुल रहती है, और उस दौरान पंप नहीं चलते। जिन घरों में स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है, उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। वॉर्ड के निवासियों ने नगर पालिका से मांग की है कि जहां-जहां पंप लगे हैं, वहां जनरेटर या सोलर बैकअप की व्यवस्था की जाए, ताकि बिजली न रहने पर भी जलापूर्ति सुचारु रह सके। बोले जिम्मेदार:नवाबगंज नगर पालिका के ईओ संजय शुक्ला का इस बारे में कहना है कि शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को लेकर नगर पालिका प्रशासन की ओर से लगातार निगरानी और सुधार किया जा रहा है। सभी ट्यूबवेल और पानी की टंकियां सुचारु रूप से कार्य कर रही हैं। जहां-जहां कोई तकनीकी समस्या आती है, वहां समय पर मरम्मत कराई जाती है और जलापूर्ति बहाल कर दी जाती है।

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