बाल विकास परियोजना कार्यालयों से गायब है आधार बनाने की मशीन
बलरामपुर जिले की दस बाल विकास परियोजनाओं में आधार कार्ड बनाने के लिए भेजी गई मशीन और टैबलेट लापता हैं। तीन साल पहले व्यवस्था की गई थी, लेकिन अब लोग बिना आधार कार्ड के लौट रहे हैं। प्रधानमंत्री की...
बलरामपुर, संवाददाता। जिले की दस बाल विकास परियोजनाओं में आधार कार्ड बनाने के लिए भेजी गई मशीन व टैबलेट लापता हैं। आम जन परियोजना कार्यालय पर आधार कार्ड बनवा सकेंगे इसकी व्यवस्था तीन साल पहले की गई थी। मशीनें न होने पर आधार कार्ड बनवाने व संशोधन का कार्य बाल विकास परियोजनाओं पर नहीं हो रहा है। वहां जाने पर लोगों को बैरंग लौटना पड़ता है।
प्रधानमंत्री योजनान्तर्गत घर-घर प्रत्येक लाभार्थियों को मुफ्त राशन देने की योजना संचालित है। राशन उन्हीं को मिल रहा है जिनका आधार अपडेट है। इस कार्य के लिए किसान भाई बैंक, जन सुविधा केन्द्र व डाक घरों का चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें आधार संशोधन के लिए दो-दो महीने की तारीख दी जा रही है। लोग 20-20 किलोमीटर की दूरी तय करके जाते हैं, लेकिन आधार कार्ड में संशोधन नहीं हो पा रहा है। बैंक, डाकघर व जन सुविधा केन्द्रों की भीड़ करने के लिए सरकार ने बाल विकास परियोजनाओं को आधार कार्ड बनाने, संशोधन आदि के लिए मशीन उपलब्ध कराई थी। शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का आधार नामांकन के लिए टैबलेट दिया था। इस कार्य के लिए कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया था। आज की तारीख में किसी भी परियोजना कार्यालय पर मशीने उपलब्ध नहीं हैं। श्याम सुंदर व मनोहर ने बताया कि वे गैंड़ास बुजुर्ग कार्यालय आधार में संशोधन कराने गए थे। वहां बताया गया कि मशीन नहीं है। यही हाल शिवपुरा का भी है। बलरामपुर, श्रीदत्तगंज व रेहरा बाजार में भी मशीनें नहीं हैं। इस सन्दर्भ में बाल विकास परियोजना अधिकारी निहारिका विश्वकर्मा से पक्ष लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि वह अभी एडीएम साहब के साथ बैठक में हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।