जैसी सेवा कर रहे हो वैसी ही आपको मिलेगी, प्रयागराज लाठीचार्ज पर अखिलेश यादव की चेतावनी
प्रयागराज में पीसीएस परीक्षा को लेकर सोमवार को प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
प्रयागराज में पीसीएस परीक्षा को लेकर सोमवार को प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। यूपी की योगी सरकार और अधिकारियों को चेतवानी देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि लाठीचार्ज पर कहा कि याद रखना जैसे सेवा कर रहे हो वैसी ही सेवा आपको मिलेगी। कहा कि यह सरकार हर किसी को लाठी मारकर दबाना चाहती है। इनके पास अधिकारियों के अलावा कोई नहीं है, इसलिए लाठी चला रहे हैं। अखिलेश ने यहां तक कहा कि जो भी अधिकारी गड़बड़ी कर रहे हैं, उन्हें जेल भेजेंगे।
अखिलेश ने मुरादाबाद की कुंदरकी में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि यह लोग उपचुनाव में ताकत केवल इसलिए लगा रहे हैं कि इनकी कुर्सी न चली जाए। ये युवाओं को नौकरी दे नहीं पा रहे हैं। इनके एजेंडा में नौकरी नहीं है। यह युवाओं के भविष्य के साथ धोखा दे रहे हैं। प्रयागराज ही नहीं हर जगह युवा आंदोलन कर रहे हैं। परीक्षा में हेरफेर करने वाले बीजेपी के लोग ही हैं। पेपर लीक कराने वाले भी भाजपा के लोग हैं। परीक्षा को टालने वाले भी भाजपा वाले हैं। परीक्षा रद कराने वाले भी भाजपा वाले हैं।
अखिलेश ने कहा कि आरक्षण को मारने वाले भी भाजपा वाले हैं। आपके आरक्षण के साथ खिलवाड़ हो रहा है। रिजल्ट लटकाने वाले भी भाजपा वाले हैं। इन चीजों से निकल जाए तो कोर्ट में परीक्षा को उलझाने वाले भी भाजपा वाले हैं। युवा इस बार इन्हें छोड़ेगा नहीं। युवा इनके खिलाफ मतदान करने जा रहा है।
कहा कि यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है। बीजेपी बहुत घबराई हुई है। डरी हुई है। कोई इनका साथ नहीं दे रहा है। इसलिए पुलिस प्रशासन को आगे कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन वाले किसी के नहीं है। इन्हें पता है कि कल भविष्य समाजवादी पार्टी का है। ये अपना रुतबा दिखाए तो खामोश हो जाना। वोट ही अपनी ताकत है। वोट न पड़े इसलिए वोटर लिस्ट में हेराफेरी कर रहे थे। हमारे लोग तख्ती लेकर पहुंच गए तो वोट नहीं काट पाए। अगर किसी का नाम कट गया है तो पिछली बार वाली लिस्ट और इस बार नाम नहीं होने की कापी मुझे दे देना। हम उस अधिकारी को जेल भेजने का काम हम लोग करेंगे।
अखिलेश ने कहा कि 2022 में जब हमने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट से नाम हटा दिया गया। हमें नोटिस मिली तो 18000 कार्यकर्ताओं की लिस्ट हलफनामे के साथ दे दी लेकिन चुनाव आयोग ने आजतक कुछ नहीं किया। जब भी मौका मिलेगा इन अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। अगर कोई आपका वोटर कार्ड या आई कार्ड छीनने आए तो अपने मोबाइल से इनका वीडियो खींचिए, फोटो बनाइए। यह सबूत बनेगा और इन्हें सजा दिलाने का काम करेंगे। इनसे डरिए नहीं, घबराइए नहीं।
अखिलेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी वाले हिले हुए हैं। इसलिए ही चुनाव टाल रहे हैं। पहले अयोध्या का चुनाव टाला, फिर बाकि की सभी नौ सीटों के चुनाव टाल दिए। अयोध्या में मुख्यमंत्री कई बार गए। खूब पैसों की बारिश हुई। पीडीए के अधिकारियों को वहां से हटा दिया। इसके बाद भी आंतरिक सर्वे में पता चला कि यह अयोध्या हार रहे हैं। इसलिए ही चुनाव वहां से टलवा दिया।
इस समय त्योहार पर लोग बाहर से अपने घर आए थे। इस समय चुनाव होता तो वह लोग भी वोट डाल लेते। लेकिन बीजेपी वालों को भनक लग गई कि बाहर से आए लोग इनके खिलाफ वोट डाल देंगे। इसलिए ही चुनाव टाल दिया गया। चुनाव टालने से खर्चा बढ़ा दिया है। हम तो कह रहे हैं कि जितना चुनाव टालोगी उतना ही बुरा चुनाव हारोगे।
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री बोल रहे हैं कि हम महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं। सवाल किया कि किस आधार पर बोल रहे हैं? आप ऐसे कपड़े पहनकर बैठ गए हो और झूठ बोल रहे हो। जो लोग कह रहे हैं कि सपा के शासन में बेटियां सुरक्षित नहीं थी, इसका कोई आकड़ा तो होगा। एनसीआरबी का आंकड़ा देखेंते तो बेटियां सबसे असुरक्षित भाजपा के शासन काल में हैं। सिर्फ भाजपा शासन काल में ही नहीं, भाजपाइयों से भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। वाराणसी और कानपुर में घटनाएं आपके सामने हैं। एक कानपुर वाला तो आज ही जेल गया है। जो बेटी आज वीडियो जारी कर रही है, उसके साथ बलात्कार कौन कर रहा है।
अखिलेश ने कहा कि बीएचयू तो प्रधान सांसद का इलाका है। वहां पर एक बेटी के साथ बलात्कार हो गया। तीनों बलात्कारी जेल होकर आए हैं, तीनों बीजेपी के लोग हैं। आईटी सेल के इंचार्ज हैं। योगी जी वैसे तो किसी के साथ फोटो नहीं खींचवाते हैं, लेकिन बीएचयू की बेटी के साथ बलात्कार करना वाले उनके साथ भी हैं। अखिलेश ने कहा कि इतनी बेटियां आज तक लखनऊ नहीं आई हैं, जितनी भाजपा के शासन में मुख्यमंत्री आवास पर आकर आत्मदाह कर रही हैं। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि कहीं सबसे ज्यादा बेटियां असुरक्षित हैं तो वह भाजपा के शासन में हैं।