तो अमर्यादित भाषा सुनेंगे, आपके पिताजी का थाना नहीं है, भाजपा पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अब SHO से भिड़े
अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बलिया की बैरिया सीट से भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अब इलाके के थाना प्रभारी से भिड़ गए हैं। दोनों के बीच पहले फोन पर शुरू हुई कहासुनी इतनी बढ़ गई कि तू-तड़ाक के बाद गाली गलौच तक पहुंच गई। इसके बाद सुरेंद्र सिंह थाने ही पहुंच गए।
अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बलिया की बैरिया सीट से भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अब इलाके के थाना प्रभारी से भिड़ गए हैं। दोनों के बीच पहले फोन पर शुरू हुई कहासुनी इतनी बढ़ गई कि तू-तड़ाक के बाद गाली गलौच तक पहुंच गई। इसके बाद सुरेंद्र सिंह थाने ही पहुंच गए। यहां भी दोनों के बीच गरमागरम बहस चली। अपने एक कार्यकर्ता को थाने से भगाने का आरोप लगाते हुए सुरेंद्र सिंह ने यहां तक कहा कि थाना आपके पिताजी का नहीं है। थानेदार ने गाली नहीं देने की बात कही तो कहा कि आप इस तरह की हरकतें करेंगे तो अमर्यादित भाषा भी सुनेंगे। इससे पहले कि मामला और ज्यादा बढ़ जाता, थानेदार ने सीओ को भी पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद सीओ ने दोनों के बीच मामला शांत कराया। इस दौरान थाना परिसर में भी भीड़ जुटी रही।
बताया जाता है कि भाजपा एससी-एसटी मोर्चा के प्रदेश सचिव तारकेश्वर गोड़ किसी कार्य से थाने पहुंचे थे। उनका आरोप है कि एसओ रामायण सिंह ने कथित रूप से दुर्व्यवहार करते हुए थाने से बाहर निकलने की बात कही। उन्होंने इस मामले से पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह को अवगत कराया। सुरेंद्र सिंह ने पहले फोन पर थाना प्रभारी से बात की। इसके बाद समर्थकों के साथ थाने पर पहुंच गये। यहां पहुंचते ही एसएचओ और पूर्व विधायक के बीच तीखी बहस होने लगी।
दोनों के बीच हो रही बहस का वीडियो पुलिस और सुरेंद्र सिंह समर्थकों दोनों तरफ से बनने लगा। कुछ देर में ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाल दिया गया। वीडियो में दिख रहा है कि पूर्व विधायक आरोप लगा रहे हैं कि थाने पर लोगों के न तो मुकदमें दर्ज हो रहे हैं और न ही लोगों को न्याय मिल पा रहा है। ऐसे में लोग थाने का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कहा कि पूरे मामले की जानकारी एसपी समेत अन्य अफसरों को भी दे दी गयी है। एसओ की कार्यशैली से सरकारी की छवि धूमिल हो रही है।