हैवानियत की हदें पार, स्कूल गए नर्सरी के छात्र से कुकर्म, बिगड़ी हालत, अस्पताल पहुंचने पहले मौत
यूपी के प्रयागराज में हैवानियत की हदें पार करने वाला मामला सामने आया है। यहां यहां स्कूल गए नर्सरी के छात्र से कुकर्म हुआ। अस्पताल पहुंचने से पहले छात्र ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
यूपी के प्रयागराज में शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां स्कूल गए नर्सरी के छात्र से कुकर्म हुआ। अस्पताल पहुंचने से पहले उसने दम तोड़ दिया। नैनी के महेवा पश्चिम पट्टी के रहने वाले एक किराना दुकानदार के साढ़े तीन वर्षीय बेटे की गुरुवार को मौत हो गई। बच्चा महेवा स्थित एक निजी स्कूल में नर्सरी का छात्र था। गुरुवार सुबह मां उसे स्कूल छोड़कर आई थी। नौ बजे के करीब स्कूल से परिजनों के पास फोन आया कि आपका बच्चा बेहोश हो गया है। इस पर बच्चे के माता-पिता भागकर स्कूल पहुंचे तो बेटे की हालत बिगड़ी हुई थी। उसके मुंह से खून निकल रहा था। मां-बाप बच्चे को लेकर चाका सीएचसी पहुंचे लेकिन स्थित गंभीर होने पर वहां से एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में ही मासूम की मौत हो गई।
बेटे की मौत होने से उसके माता-पिता ट्रामा सेंटर में बिलखने लगे। बच्चा स्कूल ड्रेस में था। एसआरएन चौकी की पुलिस ने माता-पिता को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक बच्चे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ कुकर्म की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही पेट के आंतरिक भाग में कुछ विषाक्त पदार्थ होने के संकेत मिले हैं। छात्र के सिर के बाएं ओर चोट का निशान भी है। परिजनों के अनुसार उसके मुंह से खून भी निकला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र से हुई हैवानियत और उसकी मौत ने स्कूल प्रबंधन को भी कठघरे में ला दिया है। छात्र की मौत को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है। उनकी मांग है कि स्कूल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मामले में बच्चे के पिता ने एग्रीकल्चर चौकी पर तहरीर दी है।
पोस्टमार्टम हाउस पर मां हुई बेहोश
मां की गोद से लेकर बच्चे के शव को जब पोस्टमार्टम हाउस ले जाया जाने लगा तो उसकी मां गश खाकर जमीन पर गिर गई। घर की महिलाओं ने पानी के छींटे मारकर किसी तरह उन्हें होश में लाने का प्रयास किया। होश में आने पर छात्र की मां ने बताया कि जिस स्कूल में छोटा बेटा पढ़ता था उसी स्कूल में बड़ी बेटी और एक बेटा भी पढ़ता है। सुबह बच्चे को दूध पिलाया था। कलर बॉक्स उसके बैग में रख दिया और स्कूटी से बच्चे को स्कूल छोड़ कर आई थी लेकिन क्या पता था कि जिस कलेजे के टुकड़े को तैयार कर स्कूल भेजा है वह हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। बच्चे की मौत से बड़ी बहन और भाई भी गहरे सदमे में हैं।