पीलीभीत के होटल में ठहराने के लिए इंग्लैंड से आई थी कॉल, खालिस्तानी आतंकी ने किए चौंकाने वाले खुलासे
आतंकियों को होटल में ठहराने वाले दो युवकों में से एक युवक सनी ने पूछताछ में अहम खुलासा किया है। उसका कहना है कि इंग्लैंड में रहने वाले हरियाणा के एक युवक ने उसे कॉल करके तीन परिचितों को पीलीभीत के पूरनपुर के किसी होटल में रुकवाने के लिए कहा था।
पीलीभीत में आतंकियों को होटल में ठहराने वाले दो युवकों में से एक युवक सनी ने पूछताछ में अहम खुलासा किया है। उसका कहना है कि इंग्लैंड में रहने वाले हरियाणा के एक युवक ने उसे कॉल करके तीन परिचितों को पूरनपुर के किसी होटल में रुकवाने के लिए कहा था। इसके चलते ही वह तीनों आतंकियों को रुकवाने होटल पहुंचा था। पुलिस कॉल डिटेल समेत अन्य तथ्यों से उसके बयान को सत्यापित कर रही है।
पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में 23 दिसंबर की सुबह पंजाब के गुरदासपुर निवासी खालिस्तान समर्थक आतंकी जसनप्रीत सिंह, गुरविंदर सिंह और वीरेंद्र सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। उनके कब्जे से दो एके 47,दो ग्लॉक पिस्टल और कई कारतूस बरामद हुए थे। तीनों आतंकियों ने पंजाब के गुरदासपुर में एक पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था। पुलिस जांच में सामने आया कि मुठभेड़ से पूर्व तीनों आतंकी पूरनपुर के होटल हरजी में रुके थे। होटल की सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि आतंकियों के साथ होटल में पूरनपुर के गजरौला जप्ती गांव के दो युवक सनी और मनोज भी थे।
पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सनी ने बताया कि हरियाणा निवासी सिद्धू नामक युवक लगभग डेढ़ साल पहले पीलीभीत आया था। पहले वह पूरनपुर कस्बे और फिर उसके गांव गजरौला जप्ती में ही किराये पर रहा था। आठ महीने पहले वह पीलीभीत से ग्रीस चला गया। फिलहाल वह इंग्लैंड में रह रहा है लेकिन वे लोग लगातार संपर्क में बने रहे। सिद्धू ने ही 20 दिसंबर को उसे कॉल कर तीन साथियों के पूरनपुर आने की जानकारी देकर होटल में रुकवाने को कहा था।
तीन को हिरासत में लेकर हो रही पूछताछ
मनोज और सनी बुधवार से ही पुलिस की हिरासत में हैं। सनी से पूछताछ में यह भी सामने आया कि आतंकियों को रुकवाने की कॉल करने वाले सिद्धू का पूरनपुर निवासी युवक गुरजीत भी मित्र है। पुलिस गुरजीत को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
खालिस्तानियों का साथी बनकर लूटा मोबाइल
न्यूरिया के मझारा फार्म निवासी ओमकार सिंह बुधवार रात पीलीभीत से लौट रहे थे, तभी मझोला-चंदोई मार्ग पर पीछे से बाइक पर आए तीन नकाबपोशों ने उन्हें रोक लिया। खुद को खालिस्तानियों का साथी बता कनपटी पर पिस्टल रखकर उनका मोबाइल छीन लिया। नकाबपोशों ने कहा कि पुलिस ने उनके तीन साथी मार दिए हैं और बाकी बिछड़ गए हैं। उन्हें खोजने के लिए फोन की जरूरत है। पुलिस ने थाना सुनगढ़ी में रिपोर्ट दर्ज की है।
एसपी पीलीभीत अवनीश पांडेय ने बताया कि युवक से पूछताछ में सामने आया है कि सिद्धू नामक युवक ने आतंकियों को रुकवाने के लिए कॉल की थी। सिद्धू के वर्तमान में इंग्लैंड में रहने की बात पता चली है। उसके मोबाइल नंबरों की जांच की जा रही है। पूरनपुर के ही एक अन्य युवक की भी तलाश की जा रही है। जांच में कुछ अन्य जानकारियां भी मिली हैं, जिन पर कार्य किया जा रहा है।