एटा सांसद देवेश शाक्य की बहन समेत 2 को भेजा जेल, कॉलेज में नकल पकड़ाने पर दर्ज हुआ था केस
- सांसद देवेश शाक्य के भटौरा स्थित सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में सोमवार को गणित और जीव विज्ञान की परीक्षा में नकल पकड़ी गई थी। आरोप है कि कॉलेज का एक कर्मचारी 12वीं के छात्र को नकल करा रहा था। सूचना पर पहुंचीं एसडीएम ने प्रबंधक देवेश शाक्य, प्रधानाचार्य अंचल शाक्य और कर्मचारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

एटा के सपा सांसद देवेश शाक्य के बिधूना स्थित सिद्धार्थ इंटर कालेज में एक दिन पहले नकल पकड़े जाने के मामले में पुलिस ने सांसद की बहन अंचल शाक्य और कॉलेज के एक कर्मचारी को जेल भेज दिया। स्टैटिक मजिस्ट्रेट ने सांसद, उनकी बहन और कॉलेज के कर्मचारी पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एटा के बिधूना के भटौरा गांव में स्थित सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में सोमवार को नकल पकड़े जाने के बाद डीएम के निर्देश पर डीआईओएस जीएस राजपूत ने डॉ. पायल जैन को नया केन्द्र व्यवस्थापक बनाया। कॉलेज का अन्य स्टाफ भी बदल दिया गया। सोमवार को पहली पाली में इंटरमीडिएट का जीव विज्ञान और गणित का पेपर था। नकल होने की सूचना पर एसडीएम गरिमा सोनकिया पहुंचीं तो कॉलेज का कर्मचारी कुलदीप कुमार रजिस्टर पर लिखकर एक छात्रा को नकल करा रहा था।
ये है मामला
एटा से सपा के सांसद देवेश शाक्य के भटौरा स्थित सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में सोमवार को गणित और जीव विज्ञान की परीक्षा में नकल पकड़ी गई थी। कॉलेज का एक कर्मचारी 12वीं के छात्र को रजिस्टर से नकल करा रहा था। सूचना पर पहुंचीं एसडीएम ने प्रबंधक देवेश शाक्य, प्रधानाचार्य अंचल शाक्य और कर्मचारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रधानाचार्य अंचल सांसद देवेश की बहन हैं। आरोप है कि इस दौरान एसडीएम से अभद्रता करते हुए परीक्षा में बाधा पहुंचाने की भी कोशिश की गई।
यूपी बोर्ड की परीक्षा में सोमवार को पहली पाली में इंटरमीडिएट का बायोलॉजी और गणित का पेपर था। एसडीएम गरिमा सोनकिया को सूचना मिली कि सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में नकल कराई जा रही है। एसडीएम पहुंचीं तो कॉलेज का कर्मचारी कुलदीप कुमार रजिस्टर से एक छात्र को नकल करा रहा था। एसडीएम ने कार्रवाई की तो शांतिभंग का प्रयास किया गया। इसकी सूचना पर डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी व एसपी अभिजित आर शंकर भी मौके पर पहुंचे और हालात संभाले। इसके बाद तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। साथ ही परीक्षा केंद्र में नए केंद्र व्यवस्थापक की तैनाती के निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक को दिए गए। ताकि आगे की परीक्षा शांतिपूर्ण और नकलविहीन तरीके से होती रहे।
सांसद ने लगाया साजिश का आरोप
उधर, सपा सांसद देवेश शाक्य ने इस कार्रवाई और मुकदमा दर्ज कराए जाने के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम तो कासगंज में थे। यह बताया गया कि छात्रा धागा बांध रही थी। इसी समय एसडीएम का मोबाइल फोन गिर गया। इससे वह खिसिया गए। डीएम खुद कह रहे है कि ऊपर से दबाव है।