मुख्यमंत्री के लिए सबसे बड़ी परेशानी वसुंधरा राजे को लेकर है। दरअसल, पूर्व सीएम राजे उपचुनाव के मंच दूर है। बीजेपी नेता बार-बार वसुंधरा राजे की दूरी पर सफाई दे रहे हैं कि वह नाराज नहीं है।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर वसुंधरा राजे में हिम्मत होती तो पर्ची उनको राजनाथ सिंह ने दी थी उसमें से खुद का नाम पढ़ देतीं और पर्ची खा जातीं। उन्होंने कहा कि कोई होशियार नेता होता होता तो ऐसा कर देता।
हालांकि, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल का कहना है कि वसुंधरा राजे की राजस्थान की राजनीति में भूमिका हमेशा बनी रहेगी। वसुंधरा राजे सिंधिया दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रही हैं।
डीसीए में अध्यक्ष चुने जाने के बाद सांसद दुष्यंत सिंह की आरसीए में एंट्री तय मानी जा सकती है। राज्या में बीजेपी की सरकार बनने के बाद RCA राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है।
7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा में जयपुर से लेकर दिल्ली तक मैराथन बैठकों का दौर चला। कोर कमेटी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हर विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन नाम का पैनल तैयार रखा।
बीजेपी आलाकमान ने वसुंधरा राजे और सीएम भजनलाल शर्मा को हरियाणा चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारक बनाया है।जबकि हरियाणा विधानसभा में चुनाव प्रचार का शोर आज थम जाएगा। दूसरी तरफ सीएम भजनलाल शर्मा ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया है।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि राजे चुनाव में प्रचार करेंगी या फिर दूरी बनाए रखेंगी।
राजनीतिक विश्लेषक राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बयान को भाजपा आलाकमान और सीएम भजनलाल शर्मा की आलोचना के तौर पर देख रहे है। ताजा बयान के बाद यह अटकलें लगाई जा रही है कि उनकी निशाना पार्टी आलाकमान पर भी था।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बड़ा बयान दिया है। पूर्व सीएम ने कहा कि जैन धर्म का सिद्धांत जीओ और जीने दो है, लेकिन कई लोगों ने इसे उलट दिया है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर आज देशभर के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके योगदान को किया।वसुंधरा राजे का ट्वीट वायरल हो रहा है।
राजस्थान बीजेपी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की नई टीम को लेकर सियासी हलकों में चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि टीम वसुंधरा को जगह मिल सकती है। विरोधी बाहर हो सकते है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत के विदेशों में बढ़ते रसूख के कारण विदेशी ताकतें खुश नहीं हैं इसलिए वह भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार अफवाहों को फैलाकर देश और सरकार को कमजोर करना चाहती हैं।
राजस्थान में इस बार बीजेपी को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी है। बीजेपी से 11 सीटें छीन ली है। इसके साथ ही अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि राजस्थान को मोदी कैबिनेट में कितनी जगह मिलेगी। किसे मिलेगी।
राजस्थान में बीजेपी भले ही सभी 25 सीट जीतनें का दावा कर रही है, लेकिन राह इतनी आसान भी नहीं है। एक वजह यह है कि बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाने वाला राजपूत समाज इस बार नाराज दिखाई दे रहा है।
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा का कद बढ़ने के संकेत है। लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों का चयन हो या फिर स्टार प्रचारकों की सूची। भजनलाल शर्मा की राजस्थान की राजनीति में छाए है। मायने निकाले जा रहे है।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे के समर्थकों में भगदड़ मची हुई है। चूरू सांसद राहुल कस्वां के बाद अब कौटा संभाग के बड़े गुर्जर नेता प्रहलाद गुंजल कांग्रेस में शामिल हो गए है।
राजस्थान में बीजेपी का तगड़ा झटका लग सकता है। वसुंधरा राजे के करीबी गुर्जर नेता प्रहलाग गुंजल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें है। चर्चा है कि गुंजल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुप्पी से सियासी जानकार हैरान है। तरह-तरह की अटकलें लगा रहे है। जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे सही मौके के इंतजार में है। इसलिए मौन धारण किए है।
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान भाजपा की टीम में बदलाव हुआ है। सीपी जोशी ने अपनी नई टीम में 10 प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए है। लेकिन खास बात यह है कि वसुंधरा राजे समर्थकों को जगह नहीं मिली है।
राहुल गांधी की न्याय यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शनिवार को ईआरसीपी आभार यात्रा पर निकले। इशारों में अशोक गहलोत के जमकर निशाने पर लिया।
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिए सोनिया गांधी के बाद बीजेपी चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर सीएम भजनलाल, वसुंधरा राजे और दीया कुमारी मौजूद रही।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे वसुंधरा राजे समर्थकों को एक बार फिर झटका लगा है। राजे समर्थक अशोक परनामी, राजपाल सिंह शेखावत और प्रभुदयाल सैनी को उम्मीदवार नहीं बनाया।
राजस्थान बीजेपी की कोर ग्रुप की आज बैठक होगी। बीजेपी मुख्यालय में 11 बजे बैठक है। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह बैठक में शामिल होने के लिए जयपुर पहुंच गए है। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर मंथन होगा।
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को मनाने की कवायद तेज कर दी है। हाल ही में सीएम भजनलाल शर्मा ने वसुंधरा राजे से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इसे अहम माना जा रहा है।
ऐसा माना जा रहा था कि सीएम ना बनाए जाने की वजह से वसुंधरा राजे पार्टी से लगातार नाराज चल रही थीं। शुक्रवार को राज्य के नए बने सीएम भजनलाल शर्मा ने वसुंधरा राजे से मुलाकात की है। मायने समझें मायने।
राजस्थान विधानसभा का सत्र जारी है। लेकिन इस बीच वसुंधरा राजे के मुद्दे पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी की अंतर्कलह की तरफ इशारा किया। कहां- वसुंधरा राजे मीटिंग में नहीं जा रही है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सीएम बने हुए एक महीने से ज्यादा दिन हो गए है। इस दौरान सीएम को सियासी तौर पर कई झटके भी लगे है। लेकिन सीएम विरोधी गुट को संदेश देने में सफल रहे हैं।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पीएम मोदी की बैठक समेत तीन बड़े मौकों से नदारद रही है। सीएम भजनलाल शर्मा के सीएम पद संभालने के बाद वसुंधरा राजे चुप है। कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद अब बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुट गई है। चुनावी रणनीति को लेकर जयपुर में दिल्ली रोड पर अहम बैठक हुई। वसुंधरा राजे नहीं पहुंची।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की अनदेखी बीजेपी को भारी पड़ गई है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने जीत लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी हर राउंड में बीजेपी पर भारी रहे।