सावन मास में पड़ने वाली अमावस्या को हरियाली एकादशी के नाम से जाना जाता है। हर माह में कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है।
सावन माह भोलेनाथ को समर्पित होता है। सावन माह की अमावस्या पर भगवान शंकर की भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है।
his big reason confusion on Amavasya date: आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई को है या फिर 6 जुलाई को इस बार अमावस्या की तारीख को लेकर बड़ा कंफ्यूजन है। दरअसल इस बार चतुर्दशी तिथि का क्षय हो रहा है। इसलिए अमावस्या तिथि 5 जुलाई को है।
Shani Amavasya Remedies: 14 अक्टूबर 2023 को शनिश्चरी अमावस्या पड़ रहा है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष उपायों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और घर के पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Shani Amavasya and Surya Grahan: साल 2023 की सर्व पितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगेगा। जिससे कुछ राशियों को शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण के संयोग से शुभ फल मिलने वाले हैं। चलिए जानते हैं...
Shanichari Amavasya October 2023: शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन कुछ राशियों पर शनिदेव की असीम कृपा बरसती है। जानें इन राशियों के बारे में-
Panchangआश्विन शुक्ल प्रतिपदा रात्रि 12.33 मिनट तक पश्चात द्वितीया, आश्विन शुक्ल पक्ष प्रारंभ। शारदीय नवरात्र प्रारंभ। घटस्थापन 10.24 मिनट के बाद। मातामह (नाना-नानी) का श्राद्ध। महाराजा अग्रसेन जयंती।
Shanishchari Amavasya Upay 2023: इस साल 14 अक्टूबर 2023 को शनि अमावस्या मनाया जाएगा। शनिश्चरी अमावस्या के दिन किए गए उपायों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और कुंडली में शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
Surya grahan Shanishchari and sarvpitru Amavasya: परिजनों की सेवा भाव से प्रसन्न होकर पितर देव पृथ्वी पर जीवित अपने परिजनों को आशीर्वाद देते हुए पितर लोक में प्रस्थान करते हैं। महालया अमावस्या पर भोजन
14 अक्टूबर 2023 को सर्व पितृ अमावस्या मनाया जाएगा। इस दिन शनिवार होने के कारण इसे शनि अमावस्या कहा जाएगा। जिससे इस दिन पितरों के तर्पण और श्राद्ध कर्म का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।
इस दिन हनुमान जी को तुलसी की माला अर्पित करनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी की पूजा से भी शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। इसलिए इस दिन सुंदरकांड का पाठ और बजरंगबाण का पाठ करना लाभकारी माना गया ह
शनि साढ़ेसाती और शनि ढैया जिन पर उनके लिए समय थोड़ा कठिन होता है, लेकिन अगर इस समय में शनिदेव को प्रसन्न रखा जाए तो शनिदेव इस समय को आसानी से काट देते हैं। कल है शनि अमावस्या, एक तरफ जहां अमावस्या पर
शनि साढ़ेसाती वालों और ढैया वालों के लिए भी 17 जून बहुत खास दिन है। खासकर शनि की महादशा, शनि साढ़ेसाती वालों और ढैया वालों के लिए इस दिन विभिन्न उपाय बहुत ही कारगर होंगे। शनिवार, अमावस्या और शनि के वक
यह सप्ताह ज्योतिषिय उपाय के हिसाब से बहुत खास है, खास शनि की साढ़ेसाती और ढैया वाले 17 जून को शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा योगिनी एकादशी कल 14 जून को है। इसका पा
Shani Vakri 2023: शनिदेव 17 जून 2023 को रात 10 बजकर 48 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री हो रहे हैं। शनि की वरक्री चाल कई ग्रहों को प्रभावित करेगी, वहीं शनि अमावस्या होने के कारण भी यह दिन बहुत खास है। इस
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए यह अमावस्या अत्यंत शुभ फल प्रदायक होगा। साथ ही सूर्य देव प्रेम पुत्र शनि देव की राशि में है तथा शनिदेव अपनी राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं जिसका व्यक्ति के जीवन में शु
Shani Sade Sati And Dhaiya 2023 : 21 जनवरी को माघ मास की अमावस्या। इस अमावस्या को मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। मौनी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है, जिस वजह से इसे शनि अमावस्या भी कहेंगे।
mauni amavasya 2023 : शनिवार होने से अबकी बार मौनी आवमस्या पर शनिचरी अमवास्या योग के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सूर्य,शनि,शुक्र के युति होने से 30 साल बाद खप्पर योग का भी संयोग बन रहा है।
mauni magh shani amavasya : मौनी अमावस्या का पर्व शनिवार को मनाया जाएगा। बीस साल बाद शनिवार के दिन मौनी अमावस्या का पड़ना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दिन शनिदेव की पूजा विशेष महत्व है।
Mauni Amavasya : माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या के रूप में मनाई जाती है। इस साल मौनी अमावस्या 21 जनवरी यानी शनिवार को है। इस दिन मौन व्रत रहकर स्नान करना चाहिए।
shani amavasya january 2023 : आज माघ मास की अमावस्या है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है।
mauni magh shani amavasya 2023 : हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में एक बार अमावस्या पड़ती है। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
mauni amavasya 2023 puja vidhi shubh muhrat : माघ मास का तीसरा और सबसे मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या 21 जनवरी को है। इस दिन लाखों श्रद्धालु संगम समेत गंगा-यमुना के घाटों पर आस्था की डुबकी लगाएंगे।
Shanichari Amavasya 2023: साल की पहली शनिचरी अमावस्या 21 जनवरी, शनिवार को है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना गया है। ऐसे में इस दिन का महत्व और बढ़ रहा है।
Magh Amavasya or Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर स्नान, दान व तप करने का विशेष फल मिलता है। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति सभी सुखों को भोगकर अंत में मुक्ति पाता है।
Mauni Amavsya 2023: माघ महीने की अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस साल यह अमावस्या के शनिवार के दिन पड़ रही है। जिससे शनिचरी अमावस्या का संयोग बन रहा है।
Mauni Amavasya : माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस बार यह 21 जनवरी को शनिवार के दिन पड़ रही है। माघ अमावस्या शनिवार के दिन होने के कारण इसे शनिचरी अमावस्या भी कहेंगे।
mauni magh amavasya 2023 date time pitra dosh : मौनी अमावस्या 21 जनवरी को है। इस बार मौनी अमावस्या के दिन 30 वर्षों बाद एक अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है। इस दिन खप्पर योग बन रहा है।
Shanichari Amavasya 2023 Kab hai: शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनिचरी अमावस्या कहा जाता है। साल की पहली शनिचरी अमावस्या पांच राशि के जातकों के लिए खास है। आप भी जान लें महत्व-
इस तिथि पर चुप रहकर अर्थात मौन धारण करके मुनियों के समान आचरण करते हुए स्नान करने के विशेष महत्व के कारण ही माघ मास के कृष्णपक्ष की अमावस्या तिथि मौनी अमावस्या कहलाती है। माघ मास में गोचर करते ह