ब्लाक संसाधन केंद्र में एफएलएन प्रशिक्षण के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी मिथलेश कुमार ने शिक्षकों को संदर्शिका का उपयोग कर निपुण विद्यालय बनाने की सलाह दी। प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर आजाद ने विद्यालय की...
समाज हित संरक्षण समिति के पदाधिकारियों ने एसडीएम को मांग पत्र सौंपा, जिसमें निजी स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक एनसीईआरटी की पुस्तकें न पढ़ाने की शिकायत की गई। उन्होंने स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई...
NCERT NEWS: एनसीईआरटी के संगठन परख ने कक्षा बारहवीं रिजल्ट तैयार करने को लेकर एक रिपोर्ट पेश की है। रिजल्ट में फॉर्मेटिव और सुमेटिव असेसमेंट दोनों शामिल होने चाहिए।
निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई न कराने के विरोध में समाज हित संरक्षण समिति ने धरना दिया। समिति ने विद्यालय प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। समिति ने कहा कि...
सीबीएसई ने नोटिफिकेशन निकाल कर इसका आदेश सभी स्कूलों को दिया है। इसकी जांच बोर्ड द्वारा रेंडमली की जाएगी। अगर कोई स्कूल आदेश का उल्लंघन करते हुए पकड़ा आएगा तो उनकी मान्यता बोर्ड द्वारा समाप्त रद्द कर दी जाएगी।
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी निजी स्कूलों को एक से आठवीं तक एनसीईआरटी की किताबें चलानी होगी। अगर कोई स्कूल आदेश का उल्लंघन करते हुए पकड़ा आएगा तो उनकी मान्यता बोर्ड द्वारा रद्द कर दी जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की गाइडलाइन के अनुरूप यूपी बोर्ड में कक्षा नौ और दस के विद्यार्थियों के लिए दस विषय का अध्ययन अनिवार्य किया गया है। स्टूडेंट्स का भार कम करने के लिए अब एनसीईआरटी एक्सपर्ट अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सोशल का सिलेबस कम करेंगे।
मुरादाबाद। अभिभावकों की समस्याओं को लेकर पैरेंट्स एसोसिएशन ने उप्र के मुख्य सचिव से मुलाकात की और सत्र 2025-26 से नई शिक्षा नीति लागू करने, कक्षा नर्सरी से 12 तक एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाई कराने...
शाहजहांपुर में एनसीईआरटी की किताबों से संविधान की प्रस्तावना हटाने के विरोध में अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी के सदस्य टाउन हॉल कार्यालय में एकत्रित होंगे और डीएम को ज्ञापन सौंपेंगे।
निजी प्रकाशकों की चांदी, अभिभावक हो रहे परेशान लाई से विधिवत कक्षाएं चल रही हैं। इसके बावजूद कक्षा नौ से 12वीं की किताबों के पूरे पाठ्यक्रम का सेट बा
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोपों को नकारा नई
एनसीईआरटी की किताबों से संविधान की प्रस्तावना हटाने पर केंद्र सरकार ने अपना रुख साफ किया है। मंगलवार को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट किया है कि एन सी आर टी की किताबों से संविधान की प्रस्तावना को हटाने के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
एनसीईआरटी ने कक्षा 6 की नई पाठ्यपुस्तक में कई परिवर्तन किए हैं। इसमें जाति आधारित भेदभाव का जिक्र नहीं किया गया है। इसके अलावा उज्जैन से गुजरने वाली पुरानी मध्य रेखा को प्रधान मध्य रेखा बताया गया है।
सत्र शुरू होने के साढ़े तीन महीने बाद भी UP बोर्ड से संबद्ध प्रदेश के 27 हजार से अधिक माध्यमिक स्कूलों के कक्षा नौ से 12 तक के एक करोड़ से अधिक छात्र-छात्राओं को सस्ती किताबें नहीं मिल सकी हैं।
सीबीएसई 2024-25 अकैडमिक वर्ष के लिए कक्षा तीसरी और छठी की किताबों में बदलाव करेगी। बाकी सभी कक्षाओं की किताबों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। एनसीईआरटी जल्द ही तैयार की गई, नई किताबों को छात्रों के लि
यूपी में सत्र शुरू होने के ढाई महीने बाद बच्चों को किताबें मिलेंगी। पहली बार एनसीईआरटी किताबें लागू हुईं जिनकी आपूर्ति 20 जून से होगी। गर्मी की छुट्टी के बाद 25 जून को स्कूल खुलने पर किताबें देंगे।
Yogendra Yadav and Suhas Palshikar: योगेंद्र यादव और सुहास पलशीकर ने NCERT को लिखे अपने पत्र में कहा है कि हमारे नामों के साथ प्रकाशित की गईं इन पुस्तकों के नए संस्करण को तुरंत बाजार से वापस लिया जाए।
NCERT Book Updation: अधिकारी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जब कोई छात्र नए सत्र से पहले कोई किताब खरीदे तो वह उस किताब अद्यतन हो। इसके पीछे तर्क देते हुए कहा कि NCERT की किताबे अपडेटेड होनी चाहिए।
उनका कहना है कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पहली बार निर्देश नहीं दिए है।बल्कि वर्ष 2019 और वर्ष 2023 में भी इसी प्रकार शिक्षा विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं। लेकिन कार्रवाई कभी होती नहीं दिखाई दी।
उत्तर प्रदेश के एक लाख से ज्यादा प्राथमिक विद्यालयों में नया पाठ्यक्रम लागू होने जा रहा है। एनसीईआरटी की नई किताबों में छात्र में चरक, वराहमिहिर और अम्माल को पढ़ेंगे। नया पाठ्यक्रम 5वीं तक के छात्रों
11वीं-12वीं के छात्र 11 विषयों की ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। NCERT (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) ने 11 विषयों के 28 पाठ्यक्रम बनाए हैं। एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण पर
अगर आपने ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की है और नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो आपके लिए अच्छा मौका है। यहां NCERT की ओर से ऐसे पदों पर भर्ती निकाली गई है, जिनपर सिलेक्ट होने के लिए कोई परीक्षा नहीं देनी
सीबीएसई बोर्ड ने नए सत्र में छात्रों को बेहतर और कुछ नया फील कराने के लिए कुछ नए कार्यक्रम तैयार की किए हैं। इनमें लंच ब्रेक के साथ स्नैक्स ब्रेक भी शुरू किया जाएगा। सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी का न
नया शैक्षणिक सेशन शुरू होने के बाद जहां कक्षा 3 और 6 के छात्रों को रिवाइज्ड की गई किताबें मिलेंगी, वहीं अभी तक एनसीआरटी की किताबें यानी टेक्स्ट बुक छात्र-छात्राओं के लिए उपलब्ध नहीं है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने इस साल प्राथमिक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में अहम बदलाव किए हैं। उसी के अनुसार कक्षा एक से पांच तक नई किताबों से पढ़ाई होनी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कहा है कि एनसीईआरटी ने कक्षा 3 और कक्षा 6 के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार किया है। यह नया पाठ्यक्रम नए शैक्षणिक सत्र से लागू होगा। सीबीएसई ने स्कूलों से कहा है कि नए सत्र
Text Book in Indian Languages: सरकार ने स्कूलों और उच्च शिक्षा नियामकों को सभी पाठ्यक्रमों के लिए अध्ययन सामग्री भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य छात्रों को सुविधा देना
यूपी के बच्चे प्रणाम-सलाम के साथ ही वणक्कम भी सीखेंगे। उत्तर प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में एनसीईआरटी की किताबें बन रही हैं। कक्षा एक व दो की हिन्दी, गणित व अंग्रेजी की किताबों में बदलाव किए गए हैं।
एनसीईआरटी की ओर से प्रकाशित कक्षा एक और दो की अंग्रेजी की किताब ‘मृदंग’ में गलतियों की भरमार है। किताब के पहले पाठ में ही पेज नंबर नौ पर ओपन द टैप ऑर पोर वाटर जबकि ओपन द टैप एंड पोर वाटर सही वाक्य है।
NCERT: की ओर से प्रकाशित कक्षा एक और दो की अंग्रेजी की किताब ‘मृदंग’ में गलतियों की भरमार है। यही नहीं हिन्दी की किताब में भी कमियां हैं।