रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सरकार ने 7 लाख 87 हजार 379 रुपयों के खर्च के व्यय प्रमाण प्रस्तुत नहीं किए।
राजीव शुक्ला भी यात्रा में मौजूद रहे। हिमाचल के वरिष्ठ नेताओं का राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में जुड़ने पर ये कयास लगाए जा रहे हैं कि, इस दौरान हिमाचल कैबिनेट के नामों को लेकर भी...
Himachal CM Sukhwinder Singh Sukhu: हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने पार्टी के सभी विधायकों को एकजुट रखने की सबसे बड़ी चुनौती होने वाली है। वहीं, उन्हें वादों को भी पूरा करना होगा।
रविवार को शिमला के रिज मैदान में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राहुल गांधी की उपस्थित में प्रदेश के 15वें मुख्यंत्री के रूप में शपथ ली तो पार्टी के साथ-साथ उनके पैतृक गांव में भी जश्न का माहौल रहा।
हिमाचल प्रदेश में 5 साल बाद फिर से कांग्रेस ने वापसी की है। 68 में से 40 सीट जीतने के बाद आज शिमला के रिज मैदान में चल रहे शपथग्रहण समारोह में मुकेश अग्निहोत्री ने उपमुख्यंत्री के रूप में शपथ ली।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने रविवार को बताया कि सुखविंदर सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में वो भी शामिल रहेंगी। मुख्यमंत्री के लिए सुखविंदर सिंह के नाम की घोषणा के बाद समर्थक नाराज।
Sukhwinder Singh Sukhu Himachal CM: यदि सुक्खू को नजरअंदाज करके प्रतिभा सिंह या किसी और को कमान सौंपी जाती, तो सुक्खू के समर्थक विधायक समय-समय पर पार्टी के लिए परेशानी भी खड़ी कर सकते थे।
मुख्यमंत्री बनने को लेकर सुक्खू ने चुनाव नतीजे आने के बाद से ही अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी थी। उन्होंने शुक्रवार को विधायक दल की बैठक से ठीक पहले कांग्रेस के 21 विधायकों के साथ मीटिंग की थी।
Himachal CM: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस पार्टी में कई दावेदार सामने आ चुके हैं। पहले प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा था।
विधायक दल की बैठक से ठीक पहले नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के 21 विधायकों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की और शिमला रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर चर्चा की।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने समर्थकों के साथ राज्य की राजधानी शिमला में पार्टी कार्यालय पहुंचे।
हिमाचल प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री को चुनना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी को रेस से बाहर बताया जा रहा है, जिनकी अगुआई में कांग्रेस हिमाचल में चुनाव लड़ी।
Himachal Congress: पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू करने की गारंटी ने पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी ओपीएस बहाली का निर्णय कर चुकी है।
कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों के एक प्रस्ताव पारित करने की उम्मीद है, जो पार्टी अध्यक्ष को विधायक दल के नेता को चुनने के लिए अधिकृत करेगा। विधायक दल का नेता ही अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
2018 के बाद यह पहला मौका है, जब किसी राज्य में कांग्रेस को सत्ता हाथ लगी है। पंजाब, यूपी, गोवा, मणिपुर, बिहार समेत कई राज्यों में बुरी तरह हारने वाली कांग्रेस को पहाड़ी राज्य ने एक तरह से संजीवनी दी।
हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के फोन के कारण चर्चा में फतेहपुर से निर्दलीय प्रत्याशी कृपाल परमार को कुल 2,811 वोट मिले हैं। दरअसल कृपाल परमार पहले बीजेपी के नेता थे।
राहुल गांधी ने कहा, ''हम गुजरात के लोगों का जनादेश विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। हम पुनर्गठन कर, कड़ी मेहनत करेंगे और देश के आदर्शों और प्रदेशवासियों के हक़ की लड़ाई जारी रखेंगे।''
Himachal Pradesh Election Result: हिमाचल नालागढ़ सीट से अपनी किस्मत आजमाने निकले के.एल. ठाकुर को नालागढ़ की जनता ने स्वीकारा और राज्य के सदन में अपनी आवाज के रूप में उन्हें अपना प्रतिनिधि माना।
भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की सीटें 60 फीसदी ज्यादा है, दिलचस्प पहलू है कि दोनों के बीच वोट प्रतिशत का अंतर एक फीसदी से भी कम है। कांग्रेस को 43.9 फीसदी वोट मिले हैं तो वहीं भाजपा को 43% मिले।
Himachal Election: भाजपा को सूबे में मिली शिकस्त पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी पार्टी हार की वजहों पर मंथन करेगी। कांग्रेस में सीएम बनने की होड़ है शायद इसलिए ही उसके नेता डरे हुए हैं।
himachal pradesh election 2022 results: कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में अब सरकार गठन की कोशिशों में जुट गई है। हालांकि उसके लिए सीएम चुनना इतना आसान नहीं है। जानें क्या बन रहे समीकरण...
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती नजर आ रही है। विधायकों की खरीद फरोख्त से बचाने के लिए भूपेश बघेल, भूपिंदर हुड्डा और राजीव शुक्ला शिमला जा रहे है
Himachal Election Result: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों को बागियों की चुनौती का सामना करना पड़ा है। फिलहाल तीन सीटें ऐसी हैं जहां से भाजपा के बागी निर्दलीय के रूप में विजयी हुए हैं।
शिमला शहरी हिमाचल प्रदेश की हॉट सीटों में से एक है। यहां से 'चायवाले' के नाम से सुर्खियां बटोरने वाले भाजपा के संजय सूद चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के हरीश जनारथा से है।
हिमाचल में गेम हो सकता है। इसकी वजह यह है कि प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 35 सीटों की जरूरत है, जबकि कांग्रेस के पास फिलहाल 34 सीटें ही हैं। इस बीच भाजपा ने निर्दलियों से संपर्क साधा है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में कांटे की टक्कर दिख रही है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी के कुछ बागी उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। किसी को बहुमत नहीं मिलती है तो ये किंगमेकर बन सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 35 है और मुकाबला करीबी होने की स्थिति में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो सकती है। ऐसे में कांग्रेस ने अपने रणनीतिकारों को ऐक्टिव कर दिया है।
Gujarat Election Result, results.eci.gov.in ,Himachal Election Results, गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। पार्टी 150 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है।
Himachal Pradesh Chunav Results 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत का भरोसा है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम हुड्डा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की नजरें गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव नतीजों पर हैं। सियासत के जानकार बताते हैं कि दोनों राज्यों के चुनाव 2024 की सियासी तस्वीर खींचने का काम करेंगे।