इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों में लागू कर्फ्यू में शनिवार को सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे तक ढील दी जाएगी। आतंकवादी हमलों के विरोध में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर 10 सितंबर को दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
देशभर में 151 मौजूदा सांसदों और विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल के माननीय सबसे अधिक दागदार हैं।
बिहार से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे 40 सांसदों में सबसे गरीब सांसद पूर्व सीएम और हम के नेता जीतनराम मांझी हैं। राज्य के 38 सांसद करोड़पति हैं और 33 के पास तो 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
यूपी इलेक्शन वॉच और एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार यूपी लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में महज सात फीसदी महिला उम्मीदवार हैं। जबकी 25 फीसदी प्रत्याशियों के ऊपर आपराधिक मामले घोषित हैं।
चौथे चरण के लोकसभा चुनाव में यूपी की 13 सीटों पर 130 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से 36 पर क्रिमिनल केस दर्ज है। जबकि 53 प्रत्याशी करोड़पति हैं। भाजपा के सभी उम्मीदवारों की संपत्ति करोड़ों में है।
Bihar Lok Sabha Elections 2024: एडीआर और बिहार इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण के 5 सीटों के चुनाव में 37 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास औसत संपत्ति 2.79 करोड़ रुपये है।
लोकसभा के दूसरे चरण में यूपी के 91 प्रत्याशी मौदान में हैं। जिनमें से 21 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। सबसे अधिक सपा के उम्मीदवार दागी हैं। वहीं, भाजपा और बसपा के भी प्रत्याशियों पर केस दर्ज है।
Bihar Lok Sabha Elections 2024: दूसरे चरण का मतदान 5 लोकसभा सीटों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका पर होने जा रहा है। मतदान की तारीख 26 अप्रैल है। इस चरण की पांचों सीटें जदयू के पास है।
एडीआर ने 2022-23 के बीच पार्टियों को मिले चुनावी चंदे पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस बार भी बीजेपी अव्वल रही है। वहीं, बीआरएस चुनावी चंदा मिलने वाले दलों में दूसरे नंबर पर है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार हैं। एडीआर की रिपोर्ट की मानें तो विधानसभा चुनाव के लिए इस बार 1875 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 651 उम्मीदवार करोड़पति है।
'छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच' और 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दूसरे चरण में कुल 958 उम्मीदवार हैं, लेकिन उन्होंने पांच उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया है।
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार 56 सांसदों में से 16 राज्यसभा के हैं और उनमें से 10 आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि 63 प्रतिशत राज्यसभा सांसदों के नाम पर आपराधिक आरोप हैं।
उत्तराखंड के तीनों राज्यसभा सांसदों में कल्पना सैनी सबसे अमीर हैं। उत्तराखंड के किसी भी सांसद पर गंभीर आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। एडीआर ने हाल में राज्यसभा के 225 सांसदों की सम्पत्ति की रिपोर्ट दी।
मौजूदा 4001 विधायकों की कुल संपत्ति 54,545 करोड़ रुपये है। यह राशि तीन राज्यों नगालैंड, मिजोरम और सिक्किम के वर्ष 2023-24 के संयुक्त सालाना बजट 49,103 करोड़ रुपये से भी ज्यादा ही है।
डीएमके ने 431.50 करोड़ रुपये (कुल दान का 90.703%) चुनावी बांड से हासिल किया। इसके बाद टीआरएस ने 383.6529 करोड़ रुपये (80.45%) और वाईएसआर-सी ने 330.44 करोड़ रुपये (72.43%) चुनावी बांड से घोषित किए।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू चार महीने पहले हुए सम्पन्न हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार पर सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवार हैं। सुक्खू नादौन सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे।
बीजेपी ने 2021-22 के दौरान 1917.12 करोड़ रुपये की आय घोषित की है, जिसमें से 854.467 करोड़ रुपये खर्च हुआ है। कांग्रेस की आय 541.275 करोड़ रुपये रही, जबकि 400.414 करोड़ रुपये खर्च हुए।
एडीआर द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ। पिछले वित्त वर्ष के लिए राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित 20,000 रुपये से ऊपर का कुल चंदा 780.77 करोड़ रुपये था। यह चंदा 7,141 दान से मिला था।
महिला सशक्तिकरण का नारा देने वाले राजनीतिक दल महिला जनप्रतिनिधियों को मंत्री मंडल में तवज्जो नहीं देते हैं। यह स्थिति तब है जब देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है। एडीआर रिपोर्ट में राज खुले हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में चुने गए कुल 182 विधायकों में से 151 विधायक करोड़पति हैं। यानी कुल 83% ऐसे विधायक चुने गए हैं जो करोड़पति हैं। 2017 के चुनाव में करोड़पति विधायकों की संख्या 141 थी।
हिमाचल में नवनिर्वाचित विधायकों में से 41 फीसदी दागी, जबकि 93 फीसदी करोड़पति हैं। कुल 68 में से 28 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही यह भी जानें कि कौन सबसे अमीर और कौन सबसे गरीब विधायक।
रिपोर्ट कहती है कि भाजपा के 104 पार्षदों की औसत संपत्ति 5.29 करोड़ रुपए है जबकि 'आप ' के 132 पार्षदों की 3.56 करोड़ रुपए है। एडीआर के मुताबिक, कांग्रेस के 9 पार्षदों की औसत संपत्ति 4.09 करोड़ रुपए है।
गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर पांच दिसंबर को मतदान होगा। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 833 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाएंगे, जिसमें 69 महिला और 285 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 'आप' ने 250 उम्मीदवारों को खड़ा किया है, जिनमें से 248 स्वघोषित शपथपत्रों का एडीआर द्वारा विश्लेषण किया गया और उनमें से 18 प्रतिशत यानी 45 का आपराधिक रिकॉर्ड है।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले चरण के तहत आम आदमी पार्टी (आप) कुल 89 में से 88 सीट पर चुनाव लड़ रही है और वह इस सूची में सबसे ऊपर है जिसके 36 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
2004 से आम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज होने के साथ करोड़ों की संपत्ति भी है। इसमें भाजपा-कांग्रेस के सांसद और विधायक भी शामिल हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक, 49 विधायकों की संपत्ति में 5 से लेकर 1,167% की बढ़ोतरी हुई, जबकि नौ विधायकों की संपत्ति में गिरावट देखी गई।
राष्ट्रीय दलों ने 2004-05 और 2020-21 के बीच अज्ञात स्रोतों से 15,077.97 करोड़ रुपये से अधिक जमा किए। अज्ञात स्रोतों से पैसा कमाने में कांग्रेस पार्टी सबसे आगे है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक क्षेत्रीय दलों को मिले चंदे में सबसे ज्यादा पैसा जेडीयू को मिला है। इसके बाद तमिलनाडु की द्रमुका और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी शामिल है।
यूपी विधान परिषद में 26 एमएलसी पर मुकदमे हैं और इनमें से 66 सदस्य करोड़पति हैं। इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म ने यूपी के विधान परिषद सदस्यों की रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं।