तीसरे चरण में कितने उम्मीदवार हैं करोड़पति, कितने कैंडिडेट पर दर्ज हैं आपराधिक मामले? जानिए
Bihar Lok Sabha Elections 2024: एडीआर और बिहार इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण के 5 सीटों के चुनाव में 37 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास औसत संपत्ति 2.79 करोड़ रुपये है।
Bihar Lok Sabha Elections 2024: बिहार में तीसरे चरण के पांच लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव में किस्मत आजमां रहे उम्मीदवारों में 37 फीसदी करोड़पति है। 24 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 56 फीसदी उम्मीदवार स्नातक या उच्चतर डिग्रीधारक हैं। सोमवार को एडीआर एवं बिहार इलेक्शन वॉच की ओर से इस चरण के सभी उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता, घोषित वित्तीय आय, आपराधिक, लिंग एवं अन्य विवरणों के आधार पर रिपोर्ट जारी की गयी है।
रिपोर्ट के अनुसार जदयू, राजद, माकपा, भाजपा, आम जनता पार्टी राष्ट्रीय, वीआईपी तथा भारत निर्माण पार्टी के सभी उम्मीदवारों के पास एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। वहीं, इस चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.79 करोड़ रुपये है। इनमें सबसे अधिक संपत्ति वाले 3 प्रमुख उम्मीदवारों में सुमन कुमार महासेठ (वीआईपी-झंझारपुर), वैद्यनाथ मेहता (निर्दलीय-सुपौल) और गुलाब यादव (बसपा-झंझारपुर) है। जबकि, सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों में बमबम कुमार (निर्दलीय-सुपौल), डॉ. रवि कुमार (बसपा- खगड़िया) और अजय कुमार (रार्ष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी- खगड़िया) है। इस चरण में 39 फीसदी (21 उम्मीदवार) ने अपनी देनदारी घोषित की है। इनमें सबसे ज्यादा वैद्यनाथ मेहता, राजेश वर्मा एवं चंद्रकिशोर ठाकुर पर देनदारी है। जबकि सबसे अधिक आय घोषित करने वालों में सुमन कुमार महासेठ(वीआईपी), गुलाब यादव (बसपा)एवं डॉ. कुमार चंद्रदीप (राजद) शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार 56 फीसदी उम्मीदवार स्नातक या उच्चतर डिग्रीधारक हैं। इस चरण में कुल 54 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें 11 उम्मीदवार स्नातक, 8 उम्मीदवार स्नातक प्रोफेशनल एवं 7 स्नातकोत्तर एवं 4 पीएचडी के डिग्रीधारक हैं।इस चरण के तहत अररिया, झंझारपुर, खगड़िया, मधेपुरा व सुपौल संसदीय क्षेत्रों में 7 मई को मतदान होना है। इस चरण में अररिया में 9, झंझारपुर में 10, खगड़िया में 12, मधेपुरा में 8 एवं सुपौल में 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में चार उम्मीदवार साक्षर हैं। जबकि 35 फीसदी (19 उम्मीदवार) की शैक्षणिक योग्यता 5 वीं से 12 वीं उत्तीर्ण की है। एक उम्मीदवार ने अपने को डिप्लोमा धारक बताया है। वहीं, 35 फीसदी (19 उम्मीदवार) की उम्र 25-40 वर्ष है। 43 फीसदी (23 उम्मीदवार) 41-60 वर्ष के हैं जबकि 22 फीसदी (12 उम्मीदवार) 61-80 साल के हैं।
24 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण के चुनाव में शामिल 24 फीसदी (13) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें सुमन कुमार महासेठ, जावेद अख्तर, दीनानाथ चंद्रवंशी, प्रदीप कुमार सिंह, चंद्रहास चौपाल, राजेश वर्मा, गुलाब यादव, मुस्तक आलम, गंगा प्रसाद यादव, नितीश कुमार, दिलेश्वर कामत, शाहनवाज एवं कुमार चंद्रदीप शामिल है। वहीं, 22 फीसदी (12) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं। राजद, वीआईपी, भाजपा, नेशनल रोडमैप पार्टी ऑफ इंडिया एवं लोजपा-आर के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि, जदयू के 33 फीसदी व बसपा के 20 फीसदी एवं 21 फीसदी निर्दलीय के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, वीआईपी, भाजपा, द नेशनल रोडमैप पार्टी ऑफ इंडिया एवं लोजपा-आर के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराध के मामले दर्ज है।