वसुंधरा राजे ने हरियाणा चुनाव से क्यों बनाकर रखी दूरी? मायने समझिए
बीजेपी आलाकमान ने वसुंधरा राजे और सीएम भजनलाल शर्मा को हरियाणा चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारक बनाया है।जबकि हरियाणा विधानसभा में चुनाव प्रचार का शोर आज थम जाएगा। दूसरी तरफ सीएम भजनलाल शर्मा ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया है।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की नाराजगी को लेकर तरह-तरह के सवाल उठते रहे है। राजे ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से दूरी बनाकर रखी है। मतलब साफ है नाराजगी बरकरार है। बता दें बीजेपी आलाकमान ने वसुंधरा राजे और सीएम भजनलाल शर्मा को हरियाणा चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारक बनाया है। जबकि हरियाणा विधानसभा में चुनाव प्रचार का शोर आज थम जाएगा। दूसरी तरफ सीएम भजनलाल शर्मा ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया है।
सियासी जानकारों का कहना है कि इससे पहले भी राजे को एमपी समेत कई राज्यों में स्टार प्रचारक बनाया गया था, लेकिन उन्होंने दूरी बनाए रखी थीं। काफी दिनों से साइलेंट चल रहीं वसुंधरा राजे समय-समय पर इशारों में अपनी अनदेखी पर निशाना साधती रहीं है। वसुंधरा राजे ने साफ संकेत दिया है कि अभी उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वसुंधरा राजे के साइलेंट होने का मतलब है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। भजनलाल शर्मा को मु्ख्यमंत्री बनाने से उपजी नाराजगी बरकरार है। जानकारों का कहना है कि बीजेपी जब भी विधानसभा चुनाव होते है तो वसुंधरा राजे को स्टार प्रचारक बनाती रहीं है। इस बार भी हरियाणा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाया गया। सीएम भजनलाल शर्मा ने हरियाणा में चुनाव प्रचार किया। गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान में चुनाव के दौरान पार्टी के बड़े कार्यक्रमों से भी वसुंधरा राजे ने दूरी बनाए रखीं थी।
हालांकि, पार्टी सफाई देती रहीं है कि वह पारिवारिक कारण से पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाई है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर कांग्रेस समय-समय पर मुद्दा बनाती रही है।