मोदी की नई टीम में राजस्थान से कौन बनेगा मंत्री? वसुंधरा राजे के बेटे समेत रेस में ये बड़े चेहरे
राजस्थान में इस बार बीजेपी को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी है। बीजेपी से 11 सीटें छीन ली है। इसके साथ ही अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि राजस्थान को मोदी कैबिनेट में कितनी जगह मिलेगी। किसे मिलेगी।
राजस्थान में इस बार बीजेपी को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी है। बीजेपी से 11 सीटें छीन ली है। इसके साथ ही अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि राजस्थान को मोदी कैबिनेट में कितनी जगह मिलेगी। साथ ही यहां से दावेदार कौन-कौन होंगे। 2019 में 24 सीटों पर जीत के बाद राजस्थान से 4 लोगों को मोदी कैबिनेट में जगह मिली थी। इनमें गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, भूपेंद्र यादव और अर्जुन मेघवाल शामिल है। जबकि ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। राजस्थान के लोगों को इस बार भी उम्मीद है कि मोदी कैबिनेट में भागीदारी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में निवर्तमान सांसद और लगातार पांचवीं बार भाजपा प्रत्याशी रहे दुष्यंत सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला जैन को करारी शिकस्त दी है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 3 लाख 70 हजार 989 मतों से हराया है। सांसद दुष्यंत सिंह 2004 से ही झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से सांसद हैंष वहीं उनकी मां राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी यहां से पांच बार लोकसभा सांसद रह चुकी हैं।
रेस में हैं ये बड़े चेहरे
यह चर्चा है कि टीम मोदी में इस बार कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। दावेदारों की फौज बड़ी है। प्रबल दावेदारों में पूर्व सीएम वसुंधर राजे के बेटे दुष्यंत सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, ओम बिरला और भूपेंद्र यादव के नाम शामिल है। वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह पांचवीं बार सांसद बने है। ऐसे में उनकी एंट्री भी तय मानी जा रही है। राजपूत चेहरे के तौर पर एंट्री मिल सकती है। जबकि गजेंद्र सिंह शेखावत शायद इस बार मंत्री की रेस से पिछड़ सकते है। वजह यह है कि इस बार मोदी पुराने चेहरे को टीम में शायद ही एंट्री दें। नए चेहरों को मौका मिलेगा। जिसमें दुष्यंत सिंह और अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी को मौका मिल सकता है। महिला के तौर पर राजसंमद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ा को मंत्री बनाया जा सकता है।
जातीय समीकरण साधना बड़ी चुनौती
मोदी कैबिनेट में राजस्थान के किन सांसदों को एंट्री मिलेगी, इसकी लिस्ट पर भी मंथन शुरू हो गया है। माना जा रहा है एससी चेहरे के तौर अर्जुन राम मेघवाल को फिर मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि शेखावत की जगह दुष्यंत सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। भूपेंद्र यादव के स्थान पर अजमेर सांसद को मौका मिल सकता है। फिलहाल देखना यह है कि इस बार मंत्री बनाने में किसकी चलती है। आरएसएस या फिर मोदी-अमित शाह की। इस बार गठबंधन की सरकार है। इसलिए पीएम मोदी खुलकर निर्णय नहीं ले पाएंगे।