Vayushakti-2024: आज शाम को जैसलमेर पोकरण में गरजेंगे राफेल-सुखोई
राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे पोकरण फायरिंग रेंज में आज शाम करीब 5 बजे से वायुसेना के युद्धाभ्यास 'वायु शक्ति' की शुरुआत होगी। राफेल, सुखोई समेत 121 लड़ाकू एयर क्राफ्ट ताकत दिखाएंगे।
राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे पोकरण फायरिंग रेंज में आज (17 फरवरी) शाम करीब 5 बजे से वायुसेना के युद्धाभ्यास 'वायु शक्ति' की शुरुआत होगी। राफेल, सुखोई समेत 121 लड़ाकू एयर क्राफ्ट अपनी ताकत दिखाएंगे। इस युद्धाभ्यास की तैयारियां पिछले कई दिनों चल रही थीं। 14 फरवरी को इसी फायरिंग रेंज में फुल ड्रेस रिहर्सल भी की गई थी। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) 17 फरवरी को यहां चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में अपना सबसे बड़ा अभ्यास - वायु शक्ति 2024 आयोजित करेगी।इससे पहले इस युद्धाभ्यास की फुल ड्रेस रिहर्सल की गई। समझा जाता है कि इस अभ्यास के दौरान वायुसेना के जवान अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
सबसे बड़े अभ्यास में 77 लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं
हर तीन साल में होने वाले भारतीय वायुसेना के इस सबसे बड़े अभ्यास में 77 लड़ाकू विमान, 41 हेलीकॉप्टर, 5 मालवाहक विमान समेत कुल 121 विमान हिस्सा ले रहे हैं। रक्षा सूत्रों ने बताया कि अभ्यास में भाग लेने वाले विमानों में सुखोई 30 एमकेआई, तेजस, प्रचंड, राफेल और ध्रुव हेलीकॉप्टर शामिल हैं। फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान जैसलमेर सहित आसपास के एयरबेस से बड़ी संख्या में लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में दुश्मन के काल्पनिक लक्ष्यों को निशाना बनाया। इस अभ्यास में पायलट से लेकर ग्राउंड स्टाफ तक 15,000 से अधिक भारतीय वायु सेना के जवान हिस्सा लेंगे।
भारत वायुसेना के इस अभ्यास में राफेल भी शामिल होगा
भारत वायुसेना के इस अभ्यास में राफेल भी शामिल होगा। सुखोई-30 लड़ाकू विमान लड़ाकू हवाई गश्त करते नजर आएंगे. सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान दुश्मन की चौकियों को निशाना बनाएंगे और बम गिराएंगे।2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस अभ्यास में हिस्सा लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर वायु शक्ति अभ्यास में शामिल हो सकते हैं। यह अभ्यास 2022 में आयोजित होने वाला था लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण स्थगित कर दिया गया था।