बीजेपी के चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ का नामांकन, वसुंधरा राजे ने चौंकाया
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिए सोनिया गांधी के बाद बीजेपी चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर सीएम भजनलाल, वसुंधरा राजे और दीया कुमारी मौजूद रही।
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिए सोनिया गांधी के बाद बीजेपी चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोश, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा मौजूद रहे। राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान से बीजेपी के दोनों उम्मीदवार आज नामांकन दाखिल कर दिया। इससे पहले चुन्नीलाल गरासिया और सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग विधानसभा पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए गरासिया ने कहा कि मैं पीएम मोदी की ताकत बनूंगा। दक्षिणी क्षेत्र से आता हूं, बीजेपी को वहां मजबूत करूंगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मेरी मां है।
ओबीसी और आदिवासी प्रत्याशी
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को ही दो उम्मीदवार घोषित कर दिए थे, जिसमे चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ को उम्मीदवार बनाया गया था। राजस्थान में राज्यसभा के लिए तीन सीटों के लिए चुनाव होना है. दो सीट पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है। बीजेपी ने दोनों उम्मीदवारों को टिकट देकर आदिवासी और ओबीसी को लोकसभा चुनाव के लिहाज से साधा है। पाली जिले के रहने वाले मदन राठौड़ मूल ओबीसी है, दो बार 2003 और 2013 में सुमरेपुर से विधायक रहे थे। 2013 में उपमुख्य सचेतक भी रहे।
गरासिया मूल रूप से डूंगरपुर के बिलुडा गांव के रहने वाले हैं
चुन्नी लाल गरासिया मूल रूप से डूंगरपुर के बिलुडा गांव के रहने वाले हैं।आदिवासी अंचल से आने वाले गरासिया को पार्टी ने उम्मीदवार बनाकर मूल आदिवासी वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की है। माना जा रहा है कि पार्टी को इसका लोकसभा चुनाव में बड़ा लाभ मिलने वाला है।गरासिया ने 2018 और अगला 2023 के विधानसभा चुनाव में उदयपुर ग्रामीण और गोगुंदा से विधायक के लिए दावेदारी की थी मगर दोनों जगह से उन्हें टिकट नही मिला था।