फोन टैपिंग केस में अशोक गहलोत की बढ़ सकती है मुश्किलें, लोकेश शर्मा बने सरकारी गवाह
- राजस्थान बहुचर्चित फोन टैपिंग केस मामले में बड़ा अपडेट आया। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बने है। पटियाला हाउस कोर्ट ने मंजूर किया है।
राजस्थान बहुचर्चित फोन टैपिंग केस मामले में बड़ा अपडेट आया। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बने है। पटियाला हाउस कोर्ट ने मंजूर किया है। एडवोकेट रोहन वाधवा ने लोकेश शर्मा की तरफ से पारडन की अपील लगाई थी। बता दें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुकदमा दर्ज किया था। उल्लेखनीय है कि लोकेश शर्मा को पिछली 25 नवंबर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा था। शेखावत ने अवैध फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें लोकेश शर्मा का नाम था।लोकेश शर्मा को दिल्ली के प्रशांत विहार थाने में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के तुंरत बाद उनको अग्रिम जमानत भी मिल गई थी। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत, तत्कालीन गृह सचिव सहित कई अधिकारियों से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पूछताछ कर सकती है।
बता दें 2020 में कांग्रेस में बगावात के समय फोन टैपिंग मामला सामने आने के बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें जिसमें लोकेश शर्मा का नाम था। इस एफआईआर के बाद लोकेश शर्मा में गिरफ्तारी पर रोक के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसे उन्होंने वापस लेने का फैसला लिया था। 2020 में हुई उथल-पुथल को लेकर कुछ ऑडियो वायरल हुए थे। इसमें दावा किया गया था कि कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की जा रही है। यह ऑडियो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने जारी किया था।