अशोक गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा गिरफ्तार, लेकिन कोर्ट से मिली ये राहत
राजस्थान में फोन टैपिंग केस में पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस की प्रशांत विहार क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।
राजस्थान में फोन टैपिंग केस में पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस की प्रशांत विहार क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।उल्लेखनीय है कि 14 नवंबर को खुद लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में फोन टैपिंग केस में दायर याचिका वापस ले ली थी। भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर फोन टैपिंग का मामला दर्ज हुआ था। लोकेश शर्मा पर फोन टैपिंग की सीडी मीडिया में वितरित करने का आरोप हैं। हाई कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी पर लगी रोक हटने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। गिरफ्तार होने के बाद थाने से ही उन्हें जमानत मिल गई। कुछ ही घंटों बाद लोकेश शर्मा को अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी। मामले की जांच जारी है।
बता दें राजस्थान की 2021 में राजस्थान की राजनीति से जुडें कुछ ऑडियो वायरल हुए थे। जिसमें कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की जा रही है। यह ऑडियो लोकेश शर्मा ने जारी किया था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मार्च 2021 में FIR दर्ज करवाई थी। जिसमें लोकेश शर्मा का नाम था। बता दें कई बार पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर बुलाया था। पहले उनकी गिरफ्तारी पर हाई कोर्ट ने रोक लगा रखी थी, जिसमें खुद लोकेश शर्मा ने अपनी याचिका वापस ले ली थी। इसके बाद ही उनकी गिरफ्तारी होना तय माना जा रहा था।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दी थी जिस पर मामला दर्ज हुआ था। जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। लोकेश शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने ही फोन टैपिंग की सीडी को मीडिया में बंटवाया था। आज क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए बुलाया था लोकेश शर्मा की फॉर्मल गिरफ्तारी हुई और फिर थाने से ही जमानत मिल गई। दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर 25 मार्च 2021 को लोकेश शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से बातचीत को रिकॉर्ड करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसकी जांच चल रही है।