हमारे विधायक जी लापता हैं! सरदारपुरा में क्यों लग रहे अशोक गहलोत के पोस्टर
- राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अशोक गहलोत इन दिनों अपनी विधानसभा सीट सरदारपुरा में खास चर्चा का विषय बने हुए हैं। जानिए क्या है इसके पीछे की वजह…
राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अशोक गहलोत इन दिनों अपनी विधानसभा सीट सरदारपुरा में खास चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरअसल वहां की आम जनता ने हमारे विधायक जी लापता हैं, के पोस्टर लगाए हैं। अब यह मामला सोशल मीडिया के जरिए उनकी विधानसभा से निकलकर बाहर आ गया है। इसलिए हर कोई ये जानने को उत्सुक है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि लोग अशोक गहलोत के लापता होने के पोस्टर लगा रहे हैं।
पोस्टर लगा रहे लोगों में से एक ने कहा कि अशोक गहलोत जी हमारे क्षेत्र के विधायक हैं। वो पूर्व में हमारे राज्य के मुखिया भी रह चुके हैं और ये उनका विधानसभा क्षेत्र है। यहां से चार कदम दूर जोधपुर एयरपोर्ट का मुख्य द्वार है। जनता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि हालात ये हैं कि मानो आज तक विकास नहीं हुआ है। इसलिए हमारी मांग है कि हमारे क्षेत्र के विधायक चुनाव में जिस तरह से वोट मांगने आते हैं। उसी तरह अगले दिन वो बस्ती में पधारें। बस्ती के निवासियों और क्षेत्र के लिए विकास का काम करें। लोगों ने कहा कि हमे ऐसा लगता है कि जैसे वो लापता हो गए हैं।
इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे इलाके के हालातों का बखान करना शुरू किया। लोगों ने कहा कि सबसे बड़ी विडंबना है कि यहां कन्याओं का एक सरकारी विद्यालय है मगर वहां शौचालय नहीं है। बहने घर जाकर शौचालय करती हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि अब सबके प्रयासों से वहां शौचालय बन रहा है।
लोगों ने बताया कि यहां पिछड़ा समुदाय है, जो डीनोटीफाइड है। बताया गया कि यहां पूर्व की सरकार ने दस्तावेजीकरण किया, लेकिन आज भी कई लोगों के पास मूलभूत दस्तावेज नही हैं। इस कारण कई तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं। लोगों ने मांग करते हुए कहा कि सरकार काम करे, कमेटियां गठित करे। विधायक चुनाव के अगले दिन आए, बस्ती में हम लोगों के बीच बैठे और पूछे कि हां बताएं क्या दिक्कतें आ रही हैं।
लोगो ने कहा कि हमारे विधायक का एक नारा था कि हम थल से दूर नहीं है, लेकिन वो कहां है, आज हमें दिखाई नहीं दे रहे हैं। इसीलिए हमने उनके लापता होने के पोस्टर लगाए हैं, क्योंकि वो हमारे लिए लापता हैं और आज तक हमारे बीच नहीं आए हैं। लोगों ने कहा कि क्या पता आप लोगों के जरिए वो हमारे बीच आएं और हमारी समस्याओं का संज्ञान लें।