वसुंधरा राजे खुद का नाम बोल पर्ची खा जातीं, ऐसा क्यों बोले-हनुमान बेनीवाल
- नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर वसुंधरा राजे में हिम्मत होती तो पर्ची उनको राजनाथ सिंह ने दी थी उसमें से खुद का नाम पढ़ देतीं और पर्ची खा जातीं। उन्होंने कहा कि कोई होशियार नेता होता होता तो ऐसा कर देता।
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में सियासत गर्माई हुई है। नागौर सासंद हनुमान बेनीवाल ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर जमकर निशाना साधा है।बेनीवाल ने एक चुनावी सभा में भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री बनाने की प्रक्रिया पर जमकर चुटकी ली। वो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को 'पर्ची मुख्यमंत्री' कहते रहे हैं। क्योंकि विधायक दल की बैठक में उनका नाम एक पर्ची में लिखा हुआ मिला था। बेनीवाल ने कहा कि अगर वसुंधरा राजे में हिम्मत होती तो पर्ची उनको राजनाथ सिंह ने दी थी उसमें से खुद का नाम पढ़ देतीं और पर्ची खा जातीं। उन्होंने कहा कि कोई होशियार नेता होता होता तो ऐसा कर देता।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत प्राप्त होने बाद मुख्यमंत्री का चयन होना था। विधायक दल की बैठक में राजनाथ सिंह एक पर्ची लेकर पहुंचे थे। मीडिया के सामने उन्होंने वो पर्ची बगल में बैठी हुईं वसुंधरा राजे को दी थी। जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का नाम लिखा हुआ था। उल्लेखनीय है कि हनुमान बेनीवाल पूर्व वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत को निशाने पर लेते रहे है। इस बार नागौर की खींवसर विधानसभा उपचुनाव में अपनी पत्नी को टिकट दिया है।
खींवसर में आयोजित एक चुनावी सभा में बेनीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में हर भी जाती है तो उसको कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को फर्क पड़ेगा। क्योंकि अगर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी हारती है तो मेरा यहां पर 20 साल से किया हुआ संघर्ष खत्म हो जाएगा और आपके लिए सड़कों पर कोई नहीं लड़ेगा।