महाकुंभ में राजस्थान सरकार की कैबिनेट मीटिंग, 7500 रुपये मिलेगा अंशकालिक पुजारियों को मानदेय
- यूपी सरकार की तरह राजस्थान सरकार ने भी महाकुम्भ नगर में मंत्रिमंडल की बैठक की। यूपी स्टेट पवेलियन के राजस्थान मंडप में शनिवार को हुई बैठक राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी व मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में हुई।

यूपी सरकार की तरह राजस्थान सरकार ने भी महाकुम्भ नगर में मंत्रिमंडल की बैठक की। यूपी स्टेट पवेलियन के राजस्थान मंडप में शनिवार को हुई बैठक राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी व मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में हुई। बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी। तय किया गया कि मंदिरों में देवभोग की राशि को दोगुना किया जाएगा। वहीं अंशकालिक पुजारियों का मानदेय 7500 रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया गया। कैबिनेट ने प्रदेश और राज्य के बाहर के मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए भी राशि स्वीकृत की है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा शनिवार को पूरे मंत्री मंडल व 180 सदस्यों के साथ प्रयागराज आए। इस दौरान सुबह संगम तट पर स्नान के बाद उन्होंने मेले में भ्रमण किया। मेला क्षेत्र के सेक्टर छह में बनाए गए यूपी स्टेट पवेलियन के राजस्थान मंडप में शाम को कैबिनेट की बैठक हुई। मंदिरों और देव स्थानों से जुड़े प्रस्ताव पास हुए। प्रस्ताव रखा गया कि मंदिरों के देवभोग की राशि को बढ़ाना चाहिए। जिस पर कैबिनेट ने मंजूरी दी। इस राशि को दोगुना कर दिया गया है। मंदिरों में तैनात अंशकालिक पुजारियों का भी ध्यान रखा गया। इनके मानदेय को 7500 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। प्रदेश सरकार देव स्थान विभाग के मंदिरों के जीर्णोद्धार में भी सहयोग करेगी। इस राशि को दोगुना कर दिया गया है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा व अन्य मंत्री और विधायक मौजूद रहे।
महाकुम्भ में बैठक करने वाला दूसरा राज्य राजस्थान
महाकुम्भ नगर में अब तक उत्तर प्रदेश सरकार दो बार कैबिनेट बैठक कर चुकी है। वर्ष 2019 के कुम्भ मेले में जनवरी के आखिरी सप्ताह में बैठक हुई थी, जबकि वर्ष 2025 के महाकुम्भ में 22 जनवरी को बैठक हुई। वहीं राजस्थान प्रयागराज महाकुम्भ नगर में बैठक करने वाला दूसरा राज्य बना है।
पूर्वजों और संतों की विरासत
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि महाकुम्भ हमारी विरासत और संस्कृति का प्रतीक है। यह हमारे पूर्वजों और संतों की धरोहर है, जो खगोलीय गणनाओं के आधार पर आता है। हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों का यहां आना, यह केवल भारत में ही संभव है।
योगी सरकार को दी बधाई
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां आ रहे हैं, यह भारत की आस्था और आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाता है।