‘ये तो अरविंद केजरीवाल का अभियान है’, BJP से मिलीभगत के आरोप पर गहलोत
- हम कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिल के चुनाव लड़ रही है, ये तो उनका अरविंद केजरीवाल का अभियान है, तो मैं तो उनके अभियान के हिस्से के रूप में देखता हूं कि उन्होंने जानबूझ कर के ट्वीट किया होगा।
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा- इक्वेशन खुद बनाते हैं कि भई किस प्रकार से हम कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिल के चुनाव लड़ रही है, ये तो उनका अरविंद केजरीवाल का अभियान है, तो मैं तो उनके अभियान के हिस्से के रूप में देखता हूं कि उन्होंने जानबूझ कर के ट्वीट किया होगा जिसके की और मैसेज स्ट्रांग जाए कि कांग्रेस बीजेपी मिली हुई है, जबकि ये असंभव है ,केजरीवाल जी जानते होंगे कि असंभव है कांग्रेस और बीजेपी मिल नहीं सकती, ये मेरा मानना है इसलिए मैं उसको उस रूप में लेता हूं,
बाकी तो चुनाव तो अभी शुरुआत हुई है, देखते हैं क्या होता है, पर अच्छी मीटिंग हुई और मैं इस मौके पर कहना चाहूंगा केजरीवाल जी को भी कि ये तो राजनीति चलती रहेगी, हमनें जो यह स्कीम बनाई है 25 लाख का बीमा,वो यूनिवर्सल है। भारत सरकार को भी चाहिए वक्त आ गया है कि आप 70 वर्ष के उम्र के प्लस लोगों को देंगे फ्री इलाज, आपको राजस्थान की स्कीम जो है चिरंजीवी योजना है, हमारे यहां मुख्यमंत्री के नाम से योजना है।
गहलोत ने कहा कि किस प्रकार से निरोगी राजस्थान रहे, फ्री मेडिसिन्स है, 25 लाख का बीमा है, राइट टू हेल्थ का एक्ट बनाया हमने सोच समझ के, इस पर अध्ययन करवाना चाहिए भारत सरकार को जिससे कि पूरे देश के अंदर राजस्थान की तरह ही आम लोगों को लाभ मिले क्योंकि ये एक प्रकार से आउट ऑफ पॉकेट एक्सपेंडिचर होता है, और जगह तो आप तय करते हो मुझे कितना पैसा खर्च करना है, बीमारी ऐसी चीज है किसके घर में आ जाए बीमारी, कौन सी बीमारी आए, किसी को मालूम नहीं रहता है, किसी को मालूम नहीं रहता है कि मेरे घर में किस व्यक्ति को क्या बीमारी हो गई परिवार के सदस्य को इसलिए बहुत जरूरी है कि इसमें सरकार आगे आए।
टाइम आ गया है कि खर्चा इसमें बहुत ज्यादा लगता है लोगों का, बहुत महंगा इलाज होता है, और अभी जो देश भर में जो आयुष्मान भारत चल रहा है न, ये आम लोगों को जानकारी नहीं है कि सबके लिए नहीं है राजस्थान की तरह, ये सिर्फ मैक्सिमम 40% जनता के लिए है। जो डॉ. मनमोहन सिंह जी के वक्त में सर्वे हुआ था सोशियो इकोनॉमिक कास्ट सेंसस उनके लिए खाली है। सबके लिए नहीं है। राजस्थान एकमात्र देश में राज्य है जहां सभी पब्लिक के लिए, सभी हाउसहोल्ड के लिए, 1 करोड़ 4 लाख हाउसहोल्ड के लिए सबको यह सुविधा दी गई 25 लाख के बीमा की।
गहलोत ने कहा कि ये समझने की बात है। कवरेज पूरे हिंदुस्तान में जो है, कहीं 25% कहीं 40% है, कहीं 15% दी है , कहीं 60% है। आंध्रप्रदेश में 80% है हमारी तरह, हमारा है 90% पर आंध्र के अंदर भी सब जगह बीमा कितने का है ? 5 लाख का है। ये समझने की बात है, पूरे देश के राज्यों में कवरेज कम है, और बाद में बीमा 5 लाख का है।
एकमात्र राजस्थान राज्य है जहां बीमा 25 लाख का है, ये दो बात समझने की आवश्यकता है। और तीसरी बात है राइट टू हेल्थ। राइट टू हेल्थ का जब हमनें कानून पास किया है, वैसा कानून हर राज्य में बनना चाहिए मेरा मानना है। तब जाके आप एक सेक्टर ऐसा है जहां पर कब खर्चा आ जाए परिवार पर, लोगों को ऑर्नामेंट बेचने पड़ते हैं, गिरवी रखने पड़ते हैं, प्रॉपर्टी बेचनी पड़ती है इलाज करवाने के लिए,उससे हर परिवार छुटकारा पा सके मेरा ध्येय ये है और ये मैं समझता हूं समय आ गया कि इस पे आगे बढ़ना चाहिए सबको।