पंजाब-हरियाणा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च, अंबाला में मंत्री अनिल विज का आवास घेरा
- अमृतसर के भाजपा नेता तरुणजीत सिंह संधू के घर के सामने सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे। इस ट्रैक्टर मार्च में किसान नेता सरवण सिंह पंधेर भी शामिल हुए। वहीं, अंबाला में किसानों ने हरियाणा के मंत्री अनिल विज का आवास घेरा।
संयुक्त किसान मोर्चा ( गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की तरफ से गणतंत्र दिवस के मौके पर आज देशभर में केंद्र के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। पंजाब के अमृतसर, जालंधर और लुधियाना, बठिंडा और सुनाम और हरियाणा के अंबाला, करनाल और जींद में हज़ारों की संख्या में किसानों के ट्रैक्टर साथ सड़कों पर उतर आए। सुबह करीब साढ़े 11 बजे से ही ट्रैक्टरों के साथ सड़कों पर निकल पड़े थे। किसानों का ये मार्च दोपहर करीब 1:30 बजे तक रहा।दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की।
अमृतसर के भाजपा नेता तरुणजीत सिंह संधू के घर के सामने सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे। इस ट्रैक्टर मार्च में किसान नेता सरवण सिंह पंधेर भी शामिल हुए। वहीं, अंबाला में किसानों ने हरियाणा के मंत्री अनिल विज का आवास घेरा। इसके अलावा यहां भाजपा कार्यालय को भी घेरा गया। इस दौरान दोनों ही जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे और किसानों को ज्यादा आगे नहीं आने दिया गया।
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि यह ट्रैक्टर मार्च पूरे देश में निकाला गया है। अमृतसर में हमने बड़े सेलर्स, भाजपा नेताओं के घर, बड़े शॉपिंग मॉल्स के सामने से ट्रैक्टर मार्च निकाला और केंद्र सरकार से किसानों की सभी मांगों को पूरा करने की अपील की है। केंद्र की बीजेपी सरकार उसी काले कानून को लागू करने जा रही है जिसे किसानों ने बड़ी लड़ाई के बाद खारिज करवाया था। अब केंद्र सरकार खेती की बाजार व्यवस्था को खत्म करने के लिए इसे लागू कर रही है। मौजूदा मंडी व्यवस्था बहुत अच्छी है, लेकिन इसमें कुछ कमियां हैं जिन्हें दूर कर लिया जाए तो बेहतर होगा। उन्होंने हरियाणा के सीएम नायब सैनी से सवाल पूछा कि अगर हरियाणा में किसानों को सब कुछ मिल रहा है तो हरियाणा के किसान आज ट्रैक्टर लेकर सड़कों पर क्यों उतरे।
आंदोलन का एक साल पूरा होने पर बॉर्डरों पर बड़ा जमावड़ा होगा
किसान नेताओं अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा ने बताया कि कुछ जगहों पर प्रशासन ने इस कार्यक्रम से पहले तानाशाही करने का प्रयास किया था, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। 77 सालों में सरकारों ने संविधान की भावना के अनुसार कार्य नहीं किया और इसी कारण आज देश के किसानों की इतनी बदतर हालत है। सरकारों ने किसान हितों पर ध्यान देने के बजाय हमेशा कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा दिया। अब समय आ गया है कि देश में किसानों की अनदेखी बंद की जाए और एमएसपी गारंटी कानून बनाकर किसानों की आत्महत्याएं रोकी जाएं। ट्रैक्टर मार्च के बाद 13 फरवरी को आंदोलन का एक साल पूरा होने पर बार्डरों पर बड़ा जमावड़ा होगा। देश भर से किसान नेता बार्डरों पर बुलाए जाएंगे, जो किसानों को संबोधित करेंगे। आगे की रणनीति पर भी विचार होगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने किसानों के ट्रैक्टर मार्च का समर्थन किया
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के ट्रैक्टर मार्च का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों ने कभी भी देश को निराश नहीं किया, हमारे अन्नदाता आमरण अनशन और हड़ताल कर रहे हैं। पंजाबी कभी अपना सिर नहीं झुकाते, कुछ लोग पंजाब को अस्थिर करना चाहते हैं। केंद्र सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए ताकि ट्रैक्टर खेतों की ओर मुंह करके चलें। उन्होंने कहा कि केंद्र को ग्रामीण विकास फंड और मंडियों के लिए फंड जारी करना चाहिए वरना हमें हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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