जुल्म के खिलाफ एकजुट हों किसान, पंजाब की घटना पर पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का आह्वान
मलिक ने कहा कि किसानों के घरों पर रातभर छापेमारी ओर गिरफ्तारी करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पंजाब की सभी किसान जत्थेबंदियों से अनुरोध करता हूं कि सभी एक साथ आकर इस ज़ुल्म के खिलाफ लड़ें।

जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के गवर्नर रहे सत्यपाल मलिक ने पंजाब में कई किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट करने पर घोर आपत्ति जताई है और इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सोमवार को पंजाब में किसानों के साथ जो सलूक हुआ है, वह निंदनीय है और मुख्यमंत्री का व्यवहार बहुत आपत्तिजनक रहा है। मलिक ने कहा कि किसानों से बातचीत में विफल रहने वाले मुख्यमंत्री ने रात भर किसानों के घरों पर छापेमारी करवाई। उन्होंने इसके विरोध में सभी किसानों से एकजुट होने का आह्वान किया है।
सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो संदेश जारी कर मलिक ने कहा, “पंजाब सरकार द्वारा किसानों के घरों पर रातभर छापेमारी ओर गिरफ्तारी करना निंदनीय है कार्य है, मैं पंजाब की सभी किसान जत्थेबंदियों से अनुरोध करता हूं कि आप सभी एक साथ आकर इस ज़ुल्म के खिलाफ लड़ें।”
बता दें कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने बीती रात कई किसान नेताओं को उनके घरों में हाउस अरेस्ट करवा दिया था। कथित तौर पर यह गिरफ्तारी किसानों के 5 मार्च से प्रस्तावित धरने को रोकने के लिए की गई है। यह कार्रवाई एक दिन पहले यानी सोमवार को किसान नेताओं और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच बातचीत असफल रहने के बाद की गई थी।
कांग्रेस ने भी की घोर निंदा
मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भगवंत मान सरकार की इस कार्रवाई की घोर निंदा की है और इसे किसानों के हितों के खिलाफ बताया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री मान पर सत्ता के नशे में चूर होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं लेकिन आम आदमी पार्टी किसान विरोधी है, इसलिए मुख्यमंत्री किसानों से सौहार्दपूर्ण तरीके से बात करने की बजाय उन्हें धमका रहे हैं।
कांग्रेस ने ‘एक्स’ के अपने आधिकारिक हैंडल पर मान के बयान को उद्धृत करते हुए आज कहा,“किसान-रेल और सड़क रोककर नुकसान कर रहे हैं। पंजाब धरने वाला स्टेट बनता जा रहा है। मेरी नरमाई को कमजोरी न समझी जाए। मैं एक्शन ले सकता हूं।'- ये कहना है पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का। श्री मान सत्ता के नशे में चूर हैं और घमंड में किसानों को धमका रहे हैं क्योंकि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। ये आम आदमी पार्टी का 'किसान विरोधी चेहरा है।”
कई नेता पहले ही हो गए अंडरग्राउंड
बता दें कि कई किसान नेता गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हो गए थे। अंडरग्राउंड होने वाले नेताओं में जोगिंदर सिंह, सुखदेव सिंह कोकरीकलान, बीकेयू दाकुंडा के चीफ बूटा सिंह, जगमोन सिंह और अन्य कई किसान नेता शामिल हैं। उनका कहना है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। उन्होंने कहा कि बैठक फेल होने के बाद ही अंदेशा हो गया था कि उनको गिरफ्तार किया जाएगा। ऐसे में वे लोग सावधान हो गए थे।
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