महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़ के बाद लोगों का सामान जहां-जहां कुचला पड़ा दिखाई दे रहा है। उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस वालों को तैनात किया गया है। सामानों को देखने से ऐसा लग रहा है जैसे सामान पर रोलर चलाया गया हो।
भगदड़ में अपनों से बिछड़ गए लोगों को पुलिस वाले मिलाने का प्रयास करते दिखाई दिए। पुलिस वालों नेबिछड़े लोगों को घर जाने की भी अपील की है। ताकि लोग एक दूसरे से मिल सकें।
भगदड़ के बाद घायलों को जिन अस्पतालों पर लाया गया वहां भी अफरातफरी दिखाई दी। यहां पर अपनों को खोजते हुए भी काफी लोग पहुंचे। हालांकि किसी को अस्पतालों के अंदर नहीं जाने दिया गया।
महाकुंभ में बने अस्पताल में एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल लाया जाता रहा। बीस से ज्यादा एंबुलेस लगातार चक्कर लगाती रहीं।
संगम पर उमड़ी भीड़ के बीच रास्ता बनाकर एंबुलेंस लगातार आती जाती दिखाई दीं।
भगदड़ के बाद लोगों को संगम जाने से रोका गया। लाउडस्पीकर से एनाउंस करके लोगों को संगम की जगह जहां भी हैं वहीं स्नान करने की अपील की गई।
मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के नागा साधुओं को शाही स्नान करना था। लेकिन अखाड़ा परिषद ने हालात देखते हुए इसे रद कर दिया है। इससे पहले दो अखाड़े निकल चुके थे लेकिन बाद में लौट गए।
महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान पर भगदड़ और शाही स्नान रद्द होने से हर तरफ निराशा देखी गई।