बच्चों के बेहतर मानसिक और शारीरिक विकास लिए स्वस्थ खानपान बहुत जरूरी होता है, लेकिन कुछ लोकप्रिय खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिन्हें बच्चे पसंद तो करते हैं लेकिन वो असल में उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि माता-पिता बच्चों के खानपान पर खासतौर पर ध्यान दें। Pic Credit: Freepik
कैंडी, चॉकलेट, और मिठाइयों जैसे अधिक मीठे खाद्य पदार्थ दांतों में सड़न और मोटापे का कारण बन सकते हैं। Pic Credit: Freepik
चिप्स, बर्गर, और पैकेटबंद स्नैक्स में नमक और अनहेल्दी फैट ज्यादा होता है, जो बच्चों के लिए हानिकारक है। इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है और अधिक सेवन से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। Pic Credit: Freepik
कच्चा दूध और अंडा खाने से बच्चों को बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है, जो पेट के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, बच्चों को पाश्चुरीकृत दूध और अच्छी तरह से पके हुए अंडे ही खाने के लिए दें। Pic Credit: Freepik
बच्चों का नमकीन और तले हुए खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने से ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है, क्योंकि ये खाद्य पदार्थ सोडियम और हानिकारक वसा का स्रोत होते हैं जो रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं। Pic Credit: Freepik
कॉफी, चाय, या एनर्जी ड्रिंक्स छोटे बच्चों की नींद और एकाग्रता को बाधित कर सकती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स का कहना है कि सभी बच्चों के लिए सेहतमंद बने रहने के लिए कैफीन से बचना सबसे अच्छा विकल्प है। Pic Credit: Freepik
छोटे बच्चों को नट्स, अंगूर और पॉपकॉर्न जैसी चीजें खुद खाने के लिए नहीं देनी चाहिए क्योंकि उनका आकार और बनावट बच्चों के गले में अटकने का खतरा पैदा कर सकती है, जिससे दम घुटने का खतरा हो सकता है। Pic Credit: Freepik
कई लोगों के इस बात की जानकारी नहीं होती है कि 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। शहद में बोटुलिज़्म (Botulism) के बैक्टीरिया, खासकर क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम (Clostridium botulinum) के बीजाणु, हो सकते हैं, जो 12 महीने से कम उम्र के शिशुओं के लिए खतरनाक हो सकते हैं। Pic Credit: Freepik
बच्चों को ताजे फल, सब्जियां, दालें, और घर का बना खाना खाने के लिए दें। ये सभी चीजें पौष्टिक होने के साथ उनकी सेहत के लिए सुरक्षित भी हैं। Pic Credit: Freepik