मदीना जैसी रियासत है पाक, कलमे की बुनियाद पर बना; पाक आर्मी चीफ ने कश्मीर पर भी उगला जहर
- पाकिस्तान लंबे समय से कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता रहा है, लेकिन उसे समर्थन नहीं मिला है। भारत ने बार-बार दोहराया है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं।

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। ओवरसीज पाकिस्तानियों के पहले वार्षिक सम्मेलन में उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान "मदीना जैसी रियासत है, जो कलमे की बुनियाद पर बना है।" इस दौरान उन्होंने भारत, हिंदू धर्म, दो-राष्ट्र सिद्धांत, कश्मीर और गाजा जैसे मुद्दों पर भी भड़काऊ टिप्पणियां कीं।
मदीना जैसी रियासत, कलमे की बुनियाद पर बना पाक- मुनीर
जनरल मुनीर ने पाकिस्तान की तुलना मदीने से की। उन्होंने कहा, "आजतक इंसानियत की तारीख में सिर्फ दो रियासतें हैं, जो कलमें की बुनियाद पर बनी हैं। पहली रियासते तैयबा थी। क्योंकि, तैयबा को हमारे नबी ने नाम दिया था। कुरान में उसका नाम है यस्रिब... आज उसको मदीना कहा जाता है। और, दूसरी रियासत उसके 1300 साल के बाद अल्लाह ने आपकी (पाकिस्तान) बनाई है, कलमे की बुनियाद के ऊपर।"
बता दें कि सऊदी अरब में स्थित मदीना को पैगंबर मुहम्मद ने एक इस्लामी समुदाय के केंद्र के रूप में स्थापित किया था। मूल रूप से मदीना का नाम यस्रिब था, जो एक प्राचीन शहर था। 622 ईस्वी में, पैगंबर मुहम्मद ने मक्का से हिजरत (प्रवास) करके यस्रिब में शरण ली। इसके बाद, उन्होंने वहां के कबीलों को एकजुट किया, मस्जिद-ए-नबवी की स्थापना की, और शहर को एक इस्लामी शासन और समुदाय का केंद्र बनाया। उनके आगमन के बाद यस्रिब का नाम बदलकर मदीनत-उन-नबी (पैगंबर का शहर) या मदीना पड़ गया। वहीं कलमे की बात करें तो यह इस्लाम का मूल मंत्र या विश्वास की घोषणा है। यह इस्लाम के पांच स्तंभों में से पहला है। मुख्य रूप से छह कलमे हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण पहला कलमा (कलमा-ए-तय्यबा) है: "ला इलाहा इल्लल्लाहु मुहम्मदुर रसूलुल्लाह" अर्थात "कोई पूज्य नहीं सिवाय अल्लाह के, और मुहम्मद अल्लाह के रसूल हैं।"
दो राष्ट्र सिद्धांत का जिक्र, हिंदुओं पर निशाना
मुनीर ने पाकिस्तानी आवाम से गुजारिश करते हुए कहा “कृपया पाकिस्तान की इस कहानी को कभी भूलना मत। इसे अपनी अगली पीढ़ी को बढ़ाइएगा, जिससे वह पाकिस्तान के साथ अपने जुड़ाव को महसूस कर सकें। यह कभी कमजोर न हो, चाहें यह तीसरी पीढ़ी हो, चौथी पीढ़ी हो या फिर पांचवीं पीढ़ी। वे जानें कि पाकिस्तान उनके लिए क्या है।” उन्होंने कहा, “हमारे बुज़ुर्गों ने महसूस किया कि हम हिंदुओं से हर तरह से अलग हैं.. जिंदगी के हर संभव पहलुओं में हम हिंदुओं से अलग हैं। हमारी आस्था अलग, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं, हमारी परंपराएं अलग हैं, हमारी सोच अलग है, हमारी महत्वकांक्षाएं अलग हैं। यही दो राष्ट्र सिद्धांत की नींव थी।इसी सोच के आधार पर पाकिस्तान बना। हम एक नहीं, दो राष्ट्र हैं।”
कश्मीर पर गीदड़ भभकी
जनरल मुनीर ने कश्मीर को लेकर भारत पर हमला बोला और दावा किया कि पाकिस्तान कश्मीर को कभी अलग नहीं होने देगा। उन्होंने कहा, "कोई ताकत कश्मीर को पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती।" यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के कश्मीर पर बार-बार अनावश्यक टिप्पणियों को "नाजायज" करार दिया है। भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत परवथानेनी हरीश ने पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्पष्ट किया था कि जम्मू-कश्मीर "था, है और हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा।"
बलूचिस्तान पर भी बोले
मुनीर ने अपने भाषण में कहा, “बलूचिस्तान और पाकिस्तान को आतंकियों की 10 पीढ़ियां तक भी नुकसान नहीं पहुंचा सकतीं।” उन्होंने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA), बलूच लिबरेशन फ्रंट (BLF) और बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA) जैसे संगठनों को देश के लिए खतरा मानने से इनकार करते हुए कहा कि इन संगठनों को जल्द ही करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “क्या पाकिस्तान के दुश्मन यह सोचते हैं कि सिर्फ 1500 आतंकवादी देश की किस्मत बदल देंगे? हम जल्द ही इन आतंकवादियों की कमर तोड़ देंगे। अगर 13 लाख की भारतीय सेना हमें नहीं डरा सकती, तो ये आतंकवादी क्या कर लेंगे?”
मुनीर की ये टिप्पणियां उस समय आई हैं जब बलूचिस्तान में उग्रवाद फिर से उभरता दिख रहा है। 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस नामक ट्रेन को बलूच आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे। इसके बाद सेना ने दो दिवसीय ऑपरेशन चलाया, जिसमें ISPR के मुताबिक 33 आतंकियों को मार गिराया गया। हालांकि, बलूच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जियंद बलूच ने दावा किया कि इस कार्रवाई के दौरान 214 बंधकों की मौत हो गई, क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने समय पर उनकी शर्तें नहीं मानीं।
फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता
अपने संबोधन में जनरल मुनीर ने गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई का भी जिक्र किया और फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता जताते हुए कहा, “पाकिस्तानी जनता के दिल फिलिस्तीन के मुसलमानों के साथ धड़कते हैं।” जनरल मुनीर ने विदेशों में बसे पाकिस्तानियों को “देश की चमकती हुई रोशनी” बताया और ब्रेन ड्रेन की चिंता को खारिज करते हुए उसे “ब्रेन गेन” बताया। उन्होंने कहा, “देश की तरक्की में प्रवासी पाकिस्तानी अहम भूमिका निभा रहे हैं।” अपने भाषण के अंत में मुनीर ने कहा, “आज हम मिलकर यह संदेश दे रहे हैं कि पाकिस्तान की तरक्की के रास्ते में जो भी रोड़ा आएगा, हम उसे मिलकर हटाएंगे।”
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