इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हैं। भारत और इंडोनेशिया के हजारों साल पुराने रिश्ते हैं। इंडोनेशिया में 90 फीसदी मुस्लिम आबादी है। हालांकि कभी यहां हिंदू और बौद्ध राजाओं का शासन हुआ करता था। आखिर सबसे बड़ा मुस्लिम देश कैसे बन गया।
व्यापार के चलते यहां दुनिया के कोने-कोने से लोग पहुंचे। 13वीं शताब्दी के अखिर में जावा में हिंदू माजापाहित साम्राज्य का उदय हुआ। इसका प्रभाव इंडोनेशिया में दिखता है। इंडोनेशिया में बड़ी संख्या में मंदिर हैं। यहा रामायण का मंचन किया जाता है।
13वीं सदी के अंत में इंडोनेशइया में अरबी मुस्लिम व्यापारी बड़ी संख्या में पहुंचने लगे। इसके बाद यहां इस्लाम का प्रसार शुरू हो गया। पहले मिशनरियों ने धर्मांतरण शुरू किया। कुछ बड़े घराने इस्लाम के प्रभाव में आ गए।
सुल्तान मलिक अल सालेह इंडोनेशिया के पहला मुस्लिम शासक था। उत्तरी सुमात्रा से इस्लामिक राजाओं का शासन शुरू हो गया। इसके बाद मुस्लिम व्यापारी शाही परिवारों में शादी करने लगे। 15वीं शताब्दी में मलक्का जैसे इस्लामिक राज्यों की शक्ति तेजी से बढ़ने लगी। बहुत सारे लोगों का धर्मांतरण तलवार के दम पर करवाया गया।
लुटेरों ने जबरन धर्मांतरण करवाया। इंडोनेशिया में अब भी हिंदू धर्म का प्रभाव दिखता है। आज भी यहां अरबी और संस्कृत दोनों में जगहों के नाम है। इंडोनेशिया में मुस्लिम आबादी सबसे ज्यादा है लेकिन यह संवैधानिक रुप से धर्म निरपेक्ष देश है।
इंडोनेशिया में महाभारत और रामायण को भी ग्रंथ के रूप में अपनाया गया।