विक्रांत मैसी ने बच्चों से कहा कि "कभी-भी केवल पढ़ने के लिए मत पढ़ो, हमेशा ज्ञान प्राप्त करने के लिए पढ़ो।"
विक्रांत मैसी ने कहा कि अपने दिन में 10 मिनट निकालकर अपनी खुशियों, निराशाओं और लक्ष्यों को लिखें। यह अपने आप से बातचीत और मेनिफेस्टेशन करने का एक तरीका है।
उन्होंने कहा कि अपने हर एक प्रयास को सम्मान देना बहुत आवश्यक है। जीवन में सफल होने के लिए पढ़ाई करनी चाहिए और अच्छे मार्क्स आने पर अंहकार नहीं करें। सच्ची सफलता आपकी विनम्रता है। हमेशा अपनी नजरें झुकी और सोच ऊंची रखें।
विक्रांत मैसी ने बताया कि जब भी आप के मन में नकारत्मक (नेगेटिव) ख्याल आएं, तो उन्हें एक बैलून (गुब्बारे) में भरकर छोड़ देना चाहिए ताकि नेगेटिव चीजें हमें परेशान नहीं करें।
विक्रांत ने कहा कि परीक्षा, अपनी क्षमता को साबित करने का एक मौका है। खुद पर दबाव नहीं डालें। हमें अपनी मंजिल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और खुद पर विश्वास रखना चाहिए।