मेरे आंसुओं की लाज समझ लेना; दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन की भावुक अपील
2020 दिल्ली दंगों के आरोपी और मुस्तफाबाद सीट से एआईएमआईएम के प्रत्याशी ताहिर हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश और शर्तों के मुताबिक प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है।
2020 दिल्ली दंगों के आरोपी और मुस्तफाबाद सीट से एआईएमआईएम के प्रत्याशी ताहिर हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश और शर्तों के मुताबिक प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। कस्टडी पैरोल पर 5 साल बाद जेल से निकले ताहिर हुसैन ने मुस्तफाबाद सीट पर बुधवार को प्रचार किया। उसने जनता के बीच भावुक अपील की और कहा कि उसके आंसुओं की लाज रखी जाए।
दिल्ली दंगों के दौरान आम आदमी पार्टी के पार्षद रहे ताहिर हुसैन अब एआईएमआईएम में शामिल हो चुका है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने ताहिर को मुस्तफाबाद सीट से उतारकर पूरा दमखम लगा दिया है। खुद ओवैसी भी कई सभाएं कर चुके हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने ताहिर हुसैन की शर्तों के साथ 6 दिन की कस्टडी पैरोल दी। ताहिर 3 फरवरी तक दिनभर प्रचार के लिए जेल से बाहर निकलेगा।
सुबह 6 बजे तिहाड़ से निकलने के बाद ताहिर हुसैन पुलिस की गाड़ी और भारी सुरक्षा इंतजाम में मुस्तफाबाद के 25 फुटा रोड पर एआईएमआईएम के दफ्तर में पहुंचा। यहां कुछ देर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसका स्वागत किया। दफ्तर में कुछ देर बातचीत के बाद उसने बाहर एकत्रित हुए समर्थकों और लोगों को संबोधित भी किया।
ताहिर हुसैन ने समर्थकों के बीच खड़े होकर भावुक अपील की और कहा कि उसके पास कहने को बहुत कुछ है पर टाइम नहीं है। ताहिर ने शायराना अंदाज में कहा, 'कहूं क्या रातों की तकलीफें क्या हम पर गुजरीं, बयां करूं क्या शब्दों में, खामोशी के इस मंजर में कुछ शब्द चुनिंदा रखते हैं। तुमसे मिलने की खातिर हम खुद को जिंदा रखते हैं।'
उसने आगे कहा, 'मैं ही जानता हूं कैसे 5 साल उन ऊंची दीवारों में सलाखों के पीछे गुजारे हैं। सिर्फ आपकी मोहब्बत में, आपके एहतराम में, आपके साथ जो रिश्ता है उसे निभाने के लिए, मुझे मौका अदालत ने दिया है। मेरे पास शब्द बहुत हैं, लेकिन टाइम नहीं है। मैं ज्यादा नहीं बोल बाऊंगा, ज्यादा नहीं कह पाऊंगा। बस मेरे आसुंओं की लाज समझ लेना, इस बदलते वक्त का अहसास समझ लेना।'