यीडा के 55 गांवों का मास्टर प्लान एक महीने में होगा तैयार, ये है सरकार का प्लान
बुलंदशहर और खुर्जा प्राधिकरण के 55 गांव यमुना प्राधिकरण में शामिल हो गए हैं। इसकी अधिसूचना जारी हो गई है। यीडा के अधिसूचित क्षेत्र में गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा व आगरा जिले आते हैं।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के यमुना प्राधिकरण में शामिल किए गए 55 गांवों का मास्टर प्लान बनाने का काम शुरू हो गया है। एक महीने में यह मास्टर प्लान बनने की उम्मीद है। यह इलाका भी यीडा के मास्टर प्लान-2041 में शामिल किया जाएगा। इस नए इलाके में भी औद्योगिक, व्यावसायिक, संस्थागत, आवासीय समेत सभी श्रेणी के भू-उपयोग का प्रावधान किया जाएगा।
बुलंदशहर और खुर्जा विकास प्राधिकरण के 55 गांव यमुना प्राधिकरण में शामिल हो गए हैं। इसकी अधिसूचना जारी हो गई है। यीडा के अधिसूचित क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा जिले आते हैं। अभी तक बुलंदशहर जिले के 40 गांव प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में थे। 55 नए गांव शामिल होने से इनकी संख्या 95 हो गई है।
अब यीडा के अधिसूचित क्षेत्र के गांवों की संख्या 1242 हो गई है। नए गांवों को शामिल किए जाने के पीछे की मंशा साफ है। यह इलाका दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ा है। इससे यह इलाका लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग और एयर कार्गो के लिए मुफीद है।
यीडा ने मास्टर प्लान 2041 मार्स कंपनी से बनवाया है। अब प्राधिकरण ने इसी कंपनी से इन 55 गांवों के विकास का खाका खिंचवा रही है। प्राधिकरण ने कंपनी से इस इलाके को भी मास्टर प्लान 2041 में शामिल करने के लिए कहा है। प्राधिकरण सरकार को पहले ही मास्टर प्लान भेज चुकी है।
अब इस नये इलाके को शामिल करने के बाद संशोधित मास्टर प्लान भेजा जाएगा, ताकि सरकार की मुहर लग सके। अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले एक महीने में मास्टर प्लान बनकर तैयार हो जाएगा।
डॉ. अरुणवीर सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) ने बताया, ''यीडा में शामिल किए गए 55 गांवों को भी मास्टर प्लान 2041 में शामिल किया जाएगा। इसके लिए मार्स कंपनी से प्लान बनाने के लिए कहा गया है। जल्द ही यह प्लान बन जाएगा।''