फिर लौट रहे मास्क वाले दिन? कोरोना के नए वैरिएंट की टेंशन के बीच दिल्ली में एक्टिव केसों की संख्या बढ़ी
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के 'जेएन.1' स्वरूप के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' करार दिया है। डब्यूएचओ ने साथ ही कहा कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है।
देश और दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट की बढ़ती चिंता के बीच दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित पांच नए मरीज मिलने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही राजधानी में कुल सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
कोरोना संक्रमित मिले पांच नए मरीजों में से अधिकतर को हल्के और मध्यम श्रेणी के लक्षण हैं। इनमें तीन मरीज ऐसे थे, जो किसी और बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल आए थे, मगर जांच में उन्हें कोरोना होने का पता चला। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में गुरुवार को कोरोना के कुल 423 नए संक्रमित मिले। सबसे अधिक 266 मरीज केरल में मिले थे।
कोरोना वायरस के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा था कि कोरोना वायरस का नया सब-वैरिएंट जेएन.1 संक्रामक है, लेकिन इसके लक्षण हल्के हैं और दिल्ली सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह से अलर्ट और तैयार है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बीच अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली सरकार जीनोम सीक्वेंसिंग की निगरानी बढ़ाएगी। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर से लैस बिस्तरों और अन्य आवश्यकताओं की फिर से समीक्षा की जा रही है।
वायरस के नए सब-वैरिएंट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह ओमिक्रॉन का एक प्रकार है। यह हल्का है। यह संक्रामक है, लेकिन इसकी प्रकृति बहुत गंभीर नहीं है। फिर भी, सरकार मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर युक्त बिस्तरों और आइसोलेशन वार्ड जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर रही है - इन सभी आवश्यकताओं की फिर से समीक्षा की जा रही है।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के 'जेएन.1' स्वरूप को ''वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट'' करार दिया
गौरतलब है कि न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के 'जेएन.1' स्वरूप के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' करार दिया है। डब्यूएचओ ने साथ ही कहा कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को कहा कि 2020 के अंत में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करने वाले स्वरूपों के सामने आने से बाद से डब्ल्यूएचओ ने हल्के स्वरूप को 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' तथा गंभीर स्वरूप को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' के रूप में वर्गीकृत करना शुरू किया है। हाल में 'जेएन.1' वैरिएंट के मामले कई देशों में सामने आए हैं और दुनिया में इस स्वरूप के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में भी इस स्वरूप का मामला सामने आया है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यह अब 'ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लुएंजा डेटा' (जीआईएसएआईडी) से जुड़े बीए.2.86 वंशानुक्रम (लीनिएज) से संबंधित है। इसने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''तेजी से इसके मामले बढ़ने के कारण डब्ल्यूएचओ 'जेएन.1' को मूल वंश बीए.2.86 से अलग 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के तौर पर वर्गीकृत कर रहा है।'' भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, 'जेएन.1' के मामले अमेरिका, चीन, सिंगापुर और भारत में पाए गए हैं। चीन में इस स्वरूप के सात मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की तैयारियों का जायजा लिया और साथ ही राज्यों से सतर्कता बरतने एवं निगरानी बढ़ाने की अपील की।