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कोरोना के नए वैरिएंट के बीच चीनी निमोनिया कितना खतरनाक, क्या बोले एम्स विशेषज्ञ?

देश में बढ़ते कोरोना के मामलों और कोविड के जेएन.1 वैरिएंट के सामने आने के बीच चीनी निमोनिया की आहट कितनी खतरनाक है। इस पर क्या है विशेषज्ञों की राय जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...

Krishna Bihari Singh हिंदुस्तान, नई दिल्लीMon, 18 Dec 2023 09:19 PM
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देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने सोमवार को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने को कहा है। केंद्र ने राज्यों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा है। देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि और जेएन.1 वैरिएंट का पहला मामला सामने आने के बाद एकबार फिर नई लहर का खतरा मंडराने लगा है। यही नहीं पिछले कुछ दिनों के दौरान चीन में बच्चों में निमोनिया के बढ़ते मामलों ने भी चिंता बढ़ा दी है। नए तरह के जोखिमों को लेकर एम्स के विशेषज्ञों की क्या राय है जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...

एहतियात बढ़ाने की सलाह
एम्स दिल्ली में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में डॉक्टरों ने एहतियात बढ़ाने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने कहा- चीन में पिछले कुछ दिनों में बच्चों में निमोनिया के बढ़ते मामले भारत के लिए चिंता की बात नहीं है। एम्स के सामुदायिक चिकित्सा के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने कहा कि चीन में बच्चों में अभी निमोनिया के को लक्षण दिख रहे हैं उनमें कोई नया वेरिएंट वाला वायरस नहीं मिला है।  

कोई बड़ा खतरा नहीं
विशेषज्ञों ने कहा- ऐसे में अब जब बच्चे बाहर निकलने शुरू हुए हैं तो उन्हें फ्लू जैसा संक्रमण हो रहा है। जैसे जैसे बच्चों में इसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, वैसे ही वे इससे लड़ने में बेहतर सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि भारत में अभी तक कोई बड़ा खतरा नहीं है लेकिन सर्दियों में बच्चों में निमोनिया के मामले बढ़ने लगते हैं। ऐसे में संक्रमित बच्चों से दूसरे बच्चों को ठीक होने तक बचाएं और घबराएं नहीं।

केंद्र ने राज्यों से तर्क रहने को कहा
इस बीच केंद्र सरकार ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोरोना के मामलों की निरंतर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्यों को अपेक्षित स्वास्थ्य उपाय एवं अन्य जरूरी इंतजाम करने चाहिए। केंद्र का कहना है कि स्वास्थ्य चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयारियों की गति को बनाए रखना बेहद जरूरी है।

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