दिल्ली के माथे पर कलंक है 'शीशमहल', कहां से आया पैसा? केजरीवाल से BJP का सवाल
दिल्ली चुनाव: दिल्ली में इन दिनों मुख्यमंत्री के बंगले को लेकर जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी भाजपा इसे दिल्ली के चुनावी अखाड़े का मुख्य मुद्दा बनाना चाहती है। यही वजह है की पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष से लेकर नेता और सांसद अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं।
दिल्ली में इन दिनों मुख्यमंत्री के बंगले को लेकर जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी इसे दिल्ली के चुनावी अखाड़े का मुख्य मुद्दा बनाना चाहती है। यही वजह है की पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष से लेकर नेता और सांसद अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने शीशमहल को दिल्ली पर कलंक बताया है। उनका कहना है कि पहले लोग मुगलों का महल देखने आते थे लेकिन अब आप-दा ने शीशमहल बनवा दिया है।
परिवर्तन करने वाले ने खुद को बदला
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 'दिल्ली को नजर लग गई है। नजर भी उसकी लगी है जिसे दिल्ली को संभालना था। वो शख्स जो आया तो परिवर्तन के लिए था, लेकिन उसने परिवर्तन किया, अपने चरित्र, व्यवहार और आचरण का। दिल्ली में जब मुगलों का राज होता था तब हम सुनते हैं कि लोग महल देखने आया करते थे। लेकिन इस आप-दा वाले आजम ने जो महल बनाया वो दिल्ली के खून-पसीने को लूटकर एक ऐसा शीशमहल बनाया जो आज दिल्ली के माथे पर कलंक है। लेकिन उसकी बेशर्मी, निर्लज्जता देखिए कि रोज आकर अपनी चोरी को छिपाने की कोशिश करता है। बार-बार दिल्ली को गाली देता है। उन दिल्लीवालों को गाली देता है जिन्होंने इसे चुनने की गलती की।'
शीशमहल पर गाना लॉन्च
सचदेवा ने आगे कहा, 'दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी आप-दा की तरह टूट पड़े हैं। दिल्लीवालों को लूटना, हर विभाग में जिस तरह से चोरी और लोगों को धोखा देने का काम किया है, यह दिल्ली के लिए आप-दा ही है। वो खुद इस आप-दा के सुल्तान हैं। जिन्होंने इस पूरे सिस्टम को खराब किया है। दिल्ली को इस आप-दा से मुक्ति मिलनी चाहिए। जिस तरह से उन्होंने (आप) हर कदम पर लोगों को धोखा दिया है, वे आप-दा के सुल्तान हैं। हमने उनके 'शीश महल' पर एक गाना लॉन्च किया है जिसमें उनसे पूछा गया है कि उन्हें अपना बंगला बनाने के लिए पैसे कहां से मिले? उन्हें दिल्ली के लोगों को बताना होगा कि उनके आवास पर खर्च की गई इतनी बड़ी राशि कहां से आई? वे हमसे सवाल नहीं कर सकते क्योंकि हम उनसे सवाल कर रहे हैं। उन्हें जवाब देना होगा।'