ग्रेटर नोएडा से डेढ़ गुना अधिक क्षेत्र में बसेगा फेज-2, मास्टर प्लान-2041 मंजूर; इन गांवों की होगी मौज
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 को शासन से मंजूरी मिल गई। शहर के विस्तार के तहत 33,715.22 हेक्टेयर में फेज-2 बसाया जाएगा। वर्तमान शहर की तुलना में यह डेढ़ गुना अधिक क्षेत्र में बसेगा। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्रफल अब 22,255.01 हेक्टेयर है।
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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 को शासन से मंजूरी मिल गई। शहर के विस्तार के तहत 33,715.22 हेक्टेयर में फेज-2 बसाया जाएगा। वर्तमान शहर की तुलना में यह डेढ़ गुना अधिक क्षेत्र में बसेगा। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्रफल अब 22,255.01 हेक्टेयर है। इसमें उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ परिवहन की सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी।
ग्रेटर नोएडा फेज-2 में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और गाजियाबाद के कुल 140 गांव शामिल हैं। फेज-1 में गांवों की संख्या 117 है। मास्टर प्लान-2041 में नए गांव जुड़ने से संख्या 257 हो गई। प्राधिकरण के अधिकारी के मुताबिक, मास्टर प्लान के तहत शहर को बसाने के लिए की गई परिकल्पना के मुताबिक परियोजनाओं को धरातल पर उतारने का काम शुरू कर दिया गया है। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्रफल अब 22,255.01 हेक्टेयर से बढ़कर 55,970.23 हेक्टेयर हो गया है। उद्योग के लिए 14,192 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है, जो कुल क्षेत्रफल का 25.4 फीसदी है। वर्ष 2041 तक शहर की आबादी 40 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में आवास की मांग बढ़ेगी। साथ ही रोजगार की भी व्यवस्था करनी होगी। इसको देखते हुए ही नए शहर में उद्योगों के लिए सबसे अधिक जमीन आरक्षित की गई है।
परिवहन की सुविधाएं बढ़ाने के लिए दादरी क्षेत्र में प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच), मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच), बोड़ाकी तक मेट्रो का विस्तार, 130 मीटर चौड़ी सड़क को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने, परी चौक से लेकर हापुड़ तक 105 चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। अभी यह सड़क ग्रेटर नोएडा के जुनपत गांव तक बनी है। बोड़ाकी के पास रेलवे ओवरब्रिज का काम चल रहा है। इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे सहित आसपास से गुजरने वाले अन्य एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम किया जाएगा। सड़कों का जाल बिछाकर ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। परिवहन के लिए 7380.56 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है, जो कुल क्षेत्रफल का 13.2 फीसदी है।
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बेहतर परिवहन सुविधा के लिए काम होंगे : दादरी क्षेत्र में प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब, बोड़ाकी तक मेट्रो का विस्तार, 130 मीटर चौड़ी सड़क को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने, परी चौक से लेकर हापुड़ तक 105 चौड़ी सड़क का निर्माण अभी यह सड़क ग्रेटर नोएडा के जुनपत गांव तक बनी है। यही नहीं, बेहतर परिवहन के लिए यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे सहित आसपास से गुजरने वाले अन्य एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
ग्रेटर नोएडा फेज-2 में आने वाले प्रमुख गांव
अब्दुल्ला मोदी, अच्छेजा, अहमदपुर अगवाना, अजायबपुर, आमका, नई बस्ती, फूलपुर, आनंदपुर, खंदेड़ा, जारचा, खटाना, रानौली, खटाना, शाहपुर, गेसूपुर, भराना, बिसहाड़ा, प्यावली और ऊंचा अमीपुर सहित 144 गांव शामिल हैं।
एनजी कुमार, सीईओ, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने कहा, ''मास्टर प्लान-2041 ग्रेटर नोएडा फेज-2 के साथ शहर के विकास को नई गति देगा। उद्योग और परिवहन पर जोर दिया जाएगा। मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने के बाद अब आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।''