दिल्ली-नोएडा से सटे गाजियाबाद के इलाकों में बनेंगे नए मकान, इन योजनाओं में जमीन तलाश रहा GDA
एनसीआर में आशियाना बनाने का सपना संजोए बैठे लोगों के लिए खुशखबरी है। दिल्ली और नोएडा से सटे गाजियाबाद के इलाकों में नए मकान बनाने की तैयारी की जा रही है। जीडीए इंदिरापुरम, वैशाली, प्रताप विहार, कौशांबी योजनाओं में खाली पड़ी जमीन की तलाश में जुटा है।
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एनसीआर में आशियाना बनाने का सपना संजोए बैठे लोगों के लिए खुशखबरी है। दिल्ली और नोएडा से सटे गाजियाबाद के इलाकों में नए मकान बनाने की तैयारी की जा रही है। जीडीए इंदिरापुरम, वैशाली, प्रताप विहार, कौशांबी योजनाओं में खाली पड़ी जमीन की तलाश में जुटा है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण दिल्ली और नोएडा से सटी योजनाओं में नए मकान बनाने का मौका देने की तैयारी में जुट गया है। इसके तहत जीडीए को सर्वे के दौरान इंदिरापुरम में 30 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र के खाली पड़े चार ग्रुप हाउसिंग भूखंड मिले हैं। यह भूखंड ग्रुप हाउसिंग के लिए नियोजित किए गए थे। फिर इन भूखंडों का भू उपयोग बदलकर आवासीय भूखंड की योजना बनाई। इसके लिए प्राधिकरण इस क्षेत्र का लेआउट तैयार कर रहा है। अधिकारी बताते हैं कि प्राधिकरण यहां छोटे बड़े 110 से अधिक भूखंड की योजना लाएगा।
नए भूखंडों को लाने के साथ ही विकास कार्य करने पर भी प्राधिकरण करीब 3.15 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। इसके अलावा प्राधिकरण को वैशाली में सर्वे के दौरान 16 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली मिली है। इस जमीन पर भी भूखंड की योजना लाने की तैयारी है। इसी तरह प्राधिकरण नोएडा से सटे प्रताप विहार में भी सर्वे कर रहा है, ताकि इस योजना में मिलने वाली रिक्त जमीन पर भूखंड की योजना ला सके। पूर्व में कौशांबी योजना में भी खाली जमीन का सर्वे किया गया था।
प्राधिकरण की आय बढ़ेगी : जीडीए अधिकारियों का दावा है कि इस तरह योजनाओं में रिक्त पड़ी जमीन पर भूखंड की योजना लाकर अगर बेचा जाएगा, तो उससे प्राधिकरण की आय में इजाफा होगा। इससे प्राधिकरण कई नए प्रोजेक्ट पर भी काम कर सकेगा।
सर्वे कर जमीन तलाशी जा रही
जीडीए अधिकारी बताते हैं कि दिल्ली और नोएडा नौकरी करने वाले लोग इंदिरापुरम, वैशाली, कौशंबी, प्रताप विहार आदि में रहना पसंद करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इन योजनाओं में पहले सर्वे कर खाली जमीन तलाशी जा रही है, ताकि यहां लोगों के लिए भूखंड की योजना लाई जा सके और लोगों को नौकरी करने के लिए दिल्ली नोएडा जाने में आसानी रहे।
हरियाली और चौड़ी सड़कों पर ध्यान दिया जाएगा
जीडीए अधिकारी बताते हैं कि इन योजनाओं में जो खाली जमीन मिलेगी, वहां लेआउट तैयार करते वक्त हरियाली और चौड़ी सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हरियाली के लिए यहां पार्क और हरित पट्टियां होंगी।
अतुल वत्स, उपाध्यक्ष जीडीए, ''जीडीए अपनी योजना में नियोजित जमीन का सर्वे कर रहा है। इसमें खाली पड़ी जमीन पर आवासीय योजनाएं लाई जाएंगी।''