इस साल दर में कटौती की संभावना नहीं: एसबीआई
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति के कारण भारतीय रिजर्व बैंक इस साल नीतिगत दर में कटौती नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती का प्रभाव...
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा है कि खाद्य मुद्रास्फीति के मोर्चे पर अनिश्चितता को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक इस साल प्रमुख नीतिगत दर में संभवत: कटौती नहीं करेगा। हाल ही में एसबीआई की कमान संभालने वाले शेट्टी ने कहा, कई केंद्रीय बैंक नीतिगत दर के मोर्चे पर स्वतंत्र निर्णय ले रहे हैं। हालांकि, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती का असर सभी पर पड़ेगा, लेकिन आरबीआई ब्याज दर में कटौती पर निर्णय लेने से पहले खाद्य मुद्रास्फीति को ध्यान में रखेगा।
उन्होंने कहा, यही हमारा विचार है। हमारा यह भी मानना है कि इस साल नीतिगत दर में संभवत: कटौती नहीं होगी। जबतक खाद्य मुद्रास्फीति नीचे नहीं आती, तबतक नीतिगत दर में कटौती मुश्किल है और इसके लिए शायद हमें चौथी (जनवरी-मार्च 2025) तिमाही के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) सात से नौ अक्तूबर को होने वाली अपनी बैठक में नीतिगत दर पर निर्णय करेगी। एमपीसी मौद्रिक नीति पर गौर करते समय खुदरा मुद्रास्फीति पर ध्यान दे रही है। खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में मामूली बढ़कर 3.65 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 3.54 प्रतिशत थी। हालांकि, मुद्रास्फीति आरबीआई के औसत लक्ष्य चार प्रतिशत से नीचे है, लेकिन खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त में 5.66 प्रतिशत थी।
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