केजरीवाल दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के एक्टर, डायरेक्टर और प्रड्यूसर, कांग्रेस के अभिषेक दत्त
दिल्ली की कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक दत्त ने सोमवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के एक्टर, डायरेक्टर और प्रड्यूसर हैं। उन्होंने 'शीश महल' विवाद पर भी बात की और कहा कि यह भ्रष्टाचार का घर है।
दिल्ली की कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक दत्त ने सोमवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के एक्टर, डायरेक्टर और प्रड्यूसर हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के शीर्ष नेता- अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और गोपाल राय आगामी दिल्ली चुनावों में बुरी तरह हारेंगे। अभिषेक दत्त ने 'शीश महल' विवाद पर भी बात की और कहा कि यह भ्रष्टाचार का घर है।
अभिषेक दत्त ने सोमवार को कहा “अरविंद केजरीवाल सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री नहीं हैं, वो दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के एक्टर, डायरेक्टर और प्रड्यूसर हैं। जब लोग कोविड के कारण ऑक्सीजन और दवाओं की कमी के कारण समस्याओं का सामना कर रहे थे, तब अरविंद केजरीवाल शराब माफिया के साथ मिलकर शराब नीति पर काम कर रहे थे...”
उन्होंने आगे कहा, “अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और गोपाल राय आगामी दिल्ली चुनाव में बुरी तरह हारने वाले हैं। ये चुनाव दिल्ली के दिल के लिए हैं। 11 साल तक दिल्ली की जनता ने तकलीफें झेलीं और अब उन्हें बाहर करने का समय आ गया है। केजरीवाल ने मुश्किल वक्त में महिलाओं को धोखा दिया है...”।
उन्होंने आगे कहा, "शीश महल भ्रष्टाचार का घर है। जब केजरीवाल पर आरोप लगे हैं, तो इस शीश महल की जांच होगी। इस जगह को सील किया जाना चाहिए और यह एक बड़े घोटाले का सबूत है।"
कांग्रेस उम्मीदवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी की 'विवादित' टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था।
अभिषेक दत्त ने आगे कहा, "हम सभी जानते हैं कि बिधूड़ी क्या टिप्पणी करते हैं। लोगों को ऐसे नेताओं की जरूरत नहीं है जो इस तरह की टिप्पणी करते हैं। यह सच है कि केजरीवाल एक घोटालेबाज हैं और यह भी सच है कि बिधूड़ी को ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।"
दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने की संभावना है। लगातार 15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है और एक भी सीट जीतने में विफल रही है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं और भाजपा को आठ सीटें मिली थीं।