Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Gurugram police arrests 2 people including UCO Bank deputy manager from Jaipur who helped fraudsters

गुरुग्राम में हुई ठगी की FIR, जयपुर से यूको बैंक के डिप्टी मैनेजर सहित 2 गिरफ्तार, क्या है मामला

जालसाजों को ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक खाता मुहैया करवाने के आरोप में गुरुग्राम साइबर थाना पश्चिम की पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए इन आरोपियों में से एक यूको बैंक का डिप्टी मैनेजर है।

Praveen Sharma हिन्दुस्तान, गुरुग्रामMon, 21 Oct 2024 10:20 AM
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जालसाजों को ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक खाता मुहैया करवाने के आरोप में गुरुग्राम साइबर थाना पश्चिम की पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए इन आरोपियों में से एक यूको बैंक का डिप्टी मैनेजर है। आरोपी जालसाजों के साथ मिलीभगत कर फर्जी पते पर करंट अकाउंट खोलते थे। अकाउंट के बदले में दोनों आरोपी सात-सात हजार रुपये लेते थे। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह आरोपी ने अभी तक जालसाजों को सात बैंक खाते उपलब्ध करवा चुके हैं। साइबर पुलिस विभिन्न ठगी के मामलों की जांच करते हुए 21 बैंक अधिकारी और कर्मचारियों का गिरफ्तार कर चुकी है।

एसीपी साइबर प्रियांशु दीवान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 23 जुलाई को गुरुग्राम साइबर थाना पश्चिम में 24 लाख 60 हजार रुपये की ठगी की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। जालसाज ने पीड़ित से शेयर बाजार में रुपये निवेश कराने के नाम पर ठगी को अंजाम दिया था। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 19 अक्टूबर को कनिष्क विजयवर्गीय और और राम अवतार को गिरफ्तार किया। कनिष्क और राम अवतार दोनोंं ही राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।

राजस्थान में तैनात है आरोपी

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में सामने आया कि राम अवतार यूको बैंक मानसरोवर जयपुर (राजस्थान) शाखा में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत है। आरोपी बैंक कर्मचारी वर्ष-2016 से बैंक में नौकरी कर रहा है। बीते डेढ़ वर्ष से जयपुर यूको बैंक की शाखा में कार्यरत है। मुकदमे की ठगी में प्रयोग किया गया बैंक खाता आरोपी कनिष्क तथा आरोपी राम अवतार ने मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेज पर खुलवाया था। फिर वही बैंक खाता आरोपी कनिष्क ने ठगी करने वाले जालसाज को मुहैया करवाया था। बैंक खाता उपलब्ध करवाने के लिए आरोपी बैंक कर्मचारी और कनिष्क को सात-सात हजार रुपये मिलते हैं।

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