छात्रों को मार्कशीट खोने जाने पर नहीं होना पड़ेगा परेशान
हरियाणा में छात्रों की जानकारी एक क्लिक में उपलब्ध होगी। अपार आईडी योजना के तहत, छात्रों को 12 अंकों का यूनिक नंबर दिया जाएगा जो आधार से लिंक होगा। इससे शैक्षणिक दस्तावेजों में पारदर्शिता बढ़ेगी और...
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। प्रदेश के राजकीय एवं निजी विद्यालयों में पहली से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की जानकारी एक क्लिक में निकल आएगी। इसके अलावा यदि किसी छात्र की मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज खोने पर परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी। छात्रों की अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट अकादमिक अकाउंट रजिस्टर) आईडी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। यह योजना वन नेशन वन आईडी के तहत चलाई जा रही है। कई बार विद्यार्थियों के शैक्षणिक दस्तावेज खो जाते हैं। डुप्लीकेट दस्तावेज बनवाने में छात्रों को काफी परेशानी होती है। कई बार भिवानी स्थित बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगाने बाद मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज बन पाते हैं। अपार आईडी बनने के बाद छात्रों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी। अपार आईडी में सभी कुछ उपलब्ध रहेगा। इस योजना का लाभ राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब पौने दो लाख छात्र एवं छात्राओं को मिलेगा। जिले में 376 राजकीय विद्यालय हैं। इसके अलावा करीब 800 निजी विद्यालय हैं। अपार आईडी दोनों में बनाई जानी है। इसमें मॉडल संस्कृति, पीएमश्री विद्यालय भी शामिल होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना है। पूरा रिकॉर्ड अपार आईडी में होने से फर्जीवाड़े की सभी संभावनाएं बंद हो जाएंगी।
बिना आधार के नहीं बनेगी अपार आईडी
योजना के अनुसार भारत सरकार की ओर से प्रत्येक छात्र एवं छात्रा को 12 अंकों का एक यूनिक नंबर जारी किया जाएगा। यह यूनिक नंबर आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा। इसकी सहायता से भविष्य में छात्र एवं छात्राओं की शैक्षिक प्रगति की ट्रैकिंग संभव होगी। शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए सबसे पहले विद्यार्थियों के आधार कार्ड बनवाए जाए। इसके बिना छात्रों की अपार आईडी नहीं बन पाएगी। इसके अलावा यू डाइस प्लस में छात्रों की जानकारी अध्यापक द्वारा सत्यापित होनी चाहिए। इसके अलावा यू डाइस पर अभिभावकों का सही मोबाइल नंबर भी उपलब्ध होना चाहिए।
यह जानकारियां रहेंगी उपलब्ध
अपार आईडी पर छात्रों पढ़ाई से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध रहेगी। इसमें मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम, पीटीएम, उपस्थिति सहित अन्य जानकारी उपलब्ध रहेगी। लोग अब चाहकर भी फर्जी दस्तावेज नहीं बना सकेंगे। इससे पारदर्शिता आएगी।
नौकरी में मिलेगा लाभ
अपार आईडी बनने से रोजगार में भी पारदर्शिता आएगी। कई बार लोग नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाकर नौकरी प्राप्त कर लेते हैं। इससे योग्य उम्मीदवार रोजगार से वंचित रह जाते हैं। नियोक्ता एक क्लिक में उम्मीदवार की सारी जानकारी देख सकेगा और सही उम्मीदवार का चुनाव कर सकेंगे। सबसे अधिक बात यह है कि छात्र को अलग से दस्तावेजों को सत्यापित कराने की आवश्यकता नहीं होगी।
नौकरियों में जांचा जाता है रिकॉर्ड
कई बार देखने में आया है कि सरकारी विभागों में नौकरी करने के बाद फर्जी दस्तावेज की बात सामने आती हैं। दस्तावेजों की ट्रैकिंग सिस्टम नहीं होने से यह समस्या आती है। इसी प्रकार अब निजी कंपनियां भी उम्मीदवार की जांच पड़ताल करने के बाद भी नौकरी देती है। निजी कंपनी बाकायदा एक एजेंसी नियुक्त करती हैं। इससे सरकारी विभागों एवं निजी कंपनियों की भागदौड़ समाप्त हो जाएगी।
नई शिक्षा नीति 2020 में वन नेशन वन आईडी पर जोर दिया गया है। इसके तहत अपार आईडी बनाने के निर्देश जारी हुए हैं। सभी स्कूलों के प्रधानाचार्याें को निर्देश जारी कर इस दिशा में कार्य करने के लिए कहा गया है। छात्रों को दस्तावेज खो जाने या किसी कारण जल जाने की वजह से परेशान नहीं होना पड़ेगा। आपार आईडी में छात्रों के डिजिटल कॉपी उपलब्ध रहेगी।
-अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी
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