सोशल मीडिया लोगों के रोष जताने का प्लेटफार्म बना
फरीदाबाद में सवाना वेलफेयर एसोसिएशन ने 'नो रोड, नो वोट' मुहिम शुरू की है। सोसाइटी के लोग चुनावी प्रतिनिधियों के खिलाफ रोष व्यक्त कर रहे हैं। 500 से अधिक लोगों ने पोस्ट को देखा, और 35 लोगों ने समर्थन...
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। सोशल मीडिया चुनाव प्रचार के अलावा लोगों के रोष जताने का प्लेटफार्म बन गया है। ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-88 स्थित सवाना वेलफेयर एसोसिएशन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर नो रोड, नो वोट नाम से फोटो के साथ एक पोस्ट अपलोड की है। इस पोस्ट के माध्यम से सोसाइटी के लोगों ने चुनावी मैदान पर उतरने वाले प्रतिनिधियों के खिलाफ रोष भी व्यक्त किया है। इस पोस्ट को 500 से अधिक लोगों ने देखा है, 81 लोगों ने बार-बार पोस्ट, नौ लोगों ने कमेंट और 35 लोगों ने लाइक करके सवाना वेलफेयर एसोसिएशन के विरोध का समर्थन किया है। जिले में पांच अक्तूबर विधानसभा के मतदान होने हैं। चुनावी मैदान में उतरने वाले प्रत्याशी मतदाताओं के जनसंपर्क कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। कई जगहों पर चुनावी मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों का विरोध भी हो रहा है। सवाना सोसाइटी की आरडब्ल्यूए अपने एक्स अकाउट https://x.com/SavanaWelfare/status/1836390614205706711?t=YktEEj1TPql_up-k1y3yYg&s=08 पर नो रोड नो वोट मुहिम शुरू की है। सोसाइटी के अलावा अन्य लोगों द्वारा मुहिम को सराहा जा रहा है। सोसाइटीवासी केवल उसी प्रत्याशी को वोट देने के पक्ष हैं, जो उन्हें जनसुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा सेंट पीटर स्कूल को जाने वाले सड़क के निर्माण की मांग को पूरा करने वाले प्रत्याशी को ही अपना मत देने के पक्ष में हैं।
औपचारिकता के लिए आ रहे हैं प्रत्याशी
सोसाटीवासियों ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व एक राजनैतिक पार्टी के प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए आए थे। उनका सोसाइटी के वरिष्ठ नागरिकों ने आदर सत्कार भी किया था, लेकिन उन्होंने फोटो खिंचवाकर वहां से निकल गए।
सेंट पीटर स्कूल वाली रोड सोसाइटी के पीछे की सड़क हैं। इसके अलावा सोसाइटी के सामने वाली सड़क का भी यहीं हाल है। सड़क पर गड्ढे हैं और धूल उड़ती है, जो सोसाइटी के फ्लैटों में जाती है। जनप्रतिनिधियों से सरकारी महकमों के अधिकारी कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। मजबूरीवश नो रोड नो वोट मुहिम को शुरू करना पड़ता है।
- आकाशदीप पटेल, प्रधान
एक आम आदमी की बिजली, पानी, अच्छी सड़क यही अपने जनप्रतिनिधियों से चाहिए होती है। यहीं हमारे जन प्रतिनिधि उपलब्ध नहीं करवा पाए। अब चुनाव प्रचार का दौर चल रहा है। इसमें भी जन प्रतिनिधि केवल नामचारे को संपर्क कर रहे हैं। अपने मत की ताकत दिखाने का यह सही समय है।
- हेमंत कुमार, महासचिव
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