दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट तक आवाजाही होगी आसान, मेट्रो की गोल्डन लाइन को बढ़ाने का प्लान
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) गोल्डन लाइन को और आगे बढ़ाने में जुटी है, ताकि इसे अन्य हिस्सों से जोड़ा जा सके। इसके लिए 5 किमी के लिए 950 करोड़ का प्रस्ताव रखा है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) की इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए एरोसिटी से कालिंदी कुंज तक गोल्डन लाइन को जोड़ने की तैयारी है। गोल्डन लाइन फिलहाल एरोसिटी से तुगलकाबाद तक प्रस्तावित हैं, इसके कालिंदी कुंज से जुड़ने के बाद बॉटनिकल गार्डन तक सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी।
5 किलोमीटर के लिए 950 करोड़ का प्रस्ताव
एक अधिकारी ने बताया कि तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक पांच किलोमीटर का एलिवेटेड ट्रैक होगा। तुगलकाबाद से कालिंदीकुंज को जोड़ने के लिए सरिता विहार, मदनपुर खादर व एक अन्य स्टेशन बनाने की जरूरत पड़ेगी। डीएमआरसी की ओर से इस पांच किलोमीटर लंबे ट्रैक के निर्माण के लिए यमुना प्राधिकरण के समक्ष 950 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा गया है। तर्क दिया है कि गोल्डन लाइन व मजेंटा लाइन के कालिंदी कुंज पर जुड़ने से बॉटनिकल गॉर्डन तक कनेक्टिविटी होगी, इसी के साथ एक्वा लाइन को भी सेक्टर 142 से बॉटनिकल गार्डन तक जोड़ने के लिए रूट चार्ज तैयार हो चुका है।
इस ट्रैक के बढ़ने से कैसे होगा फायदा
भविष्य में यह पांच किलोमीटर का ट्रैक नोएडा, ग्रेटर नोएडा व दिल्ली समेत आसपास के लोगों के लिए इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक आसान कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा। एक्वा लाइन के बॉटनिकल तक जुड़ने से दिल्ली से ग्रेटर नोएडा तक की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। परी चौक से एयरपोर्ट तक ई बसें व अन्य सुविधाएं शुरू करने पर जोर हैं, ऐसे में जेवर एयरपोर्ट या आईजीआई जाने वाले यात्रियों को परेशनी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
तीन वर्ष में ट्रैक पूरा करने का दावा
जेवर एयरपोर्ट तक गाजियाबाद से वाया परी चौक होते हुए नमो भारत व मेट्रो प्रस्तावित है, हालांकि इसमें छह वर्ष से अधिक का समय लग सकता हैं, लेकिन यदि यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता हैं तो डीएमआरसी ने तीन वर्ष में ट्रैक को पूरा करेगी, जिसके बाद लोगों को दिल्ली, आईजीआई, नोएडा व ग्रेटर नोएडा आने जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। परी चौक से ई बस के जरिए लोग आगे जेवर एयरपोर्ट तक जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे प्रस्ताव
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि यह प्रस्ताव अच्छा हैं, कम समय में यह लोगों को आईजीआई और नोएडा एयरपोर्ट तक जोड़ने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी होगी, लेकिन दिल्ली में ट्रैक का निर्माण होना हैं, ऐसे में बजट खर्च करने से पहले सरकार की मंजूरी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि कनेक्टिविटी में कोई बाधा नहीं आएगी।