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सरप्राइज चेक,कैदियों पर निगरानी;अचानक क्यों और कड़ी हुई तिहाड़ जेल की सिक्योरिटी?

भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा रिश्तों को देखते हुए दिल्ली के तिहाड़ जेल की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। जेल के सूत्रों ने बताया कि ज्यादा खतरे वाले वार्डों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है,खासकर उन वार्डों पर जिनमें गैंगस्टर और आतंकवाद वाले आरोपी बंद हैं।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, दिल्ली, पीटीआईMon, 12 May 2025 05:27 PM
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सरप्राइज चेक,कैदियों पर निगरानी;अचानक क्यों और कड़ी हुई तिहाड़ जेल की सिक्योरिटी?

भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा रिश्तों को देखते हुए दिल्ली के तिहाड़ जेल की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। जेल के सूत्रों ने बताया कि ज्यादा खतरे वाले वार्डों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है,खासकर उन वार्डों पर जिनमें गैंगस्टर और आतंकवाद वाले आरोपी बंद हैं। सूत्रों के अनुसार,बढ़ी हुई सुरक्षा व्यवस्था के तहत कई स्तरों पर सुरक्षा जांच,अतिरिक्त सीसीटीवी कवरेज और सख्त निगरानी के नियम लागू किए गए हैं।

एक सूत्र ने बताया,"हाल के घटनाक्रमों के कारण पूरी सुरक्षा जांच की जा रही है। सभी संवेदनशील स्थानों को और मजबूत किया जा रहा है और गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले कैदियों की चौबीसों घंटे निगरानी बढ़ा दी गई है।" ताहव्वुर राणा,छोटा राजन और नीरज बवाना जैसे हाई-प्रोफाइल गैंगस्टर और आतंकवाद के आरोपी तिहाड़ जेल में बंद हैं -जो भारत के सबसे बड़े जेल परिसरों में से एक है।

जेल के अंदर से किसी भी तरह के अनाधिकृत बिना अनुमति के संचार को रोकने के लिए मोबाइल सिग्नल जैमर का परीक्षण और अपग्रेड किया जा रहा है। सूत्र ने बताया, "सरप्राइज चेक भी बढ़ा दिए गए हैं। जेल के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए हम संवेदनशील बैरकों में रोजाना कम से कम तीन बार अचानक जांच कर रहे हैं।" रात के समय जेल कर्मचारियों की तैनाती बढ़ा दी गई है। परिसर के अंदर कैदियों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों के अनुसार,जेल के अंदर खुफिया नेटवर्क को सक्रिय कर दिया गया है और मुखबिरों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का काम सौंपा गया है।

सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ प्रशासन और बाहरी कानून प्रवर्तन एजेंसियों जैसे पुलिस के बीच तालमेल भी बढ़ा दिया गया है। सूत्र ने कहा,"हम विशेष सेल और अन्य जांच एजेंसियों के साथ नियमित रूप से जानकारी साझा कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई बाहरी प्रभाव जेल की सुरक्षा में सेंध न लगा सके।"उन्होंने यह भी कहा कि व्यापक समीक्षा पूरी होने तक यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनी रहेगी। 1958 में स्थापित तिहाड़ जेल 400 एकड़ से अधिक में फैले नौ जेलों का समूह है। एक जेल रोहिणी में और छह जेल मंडोली में हैं।