Delhi Weather : दिल्ली में प्रदूषण से हवा सांस लेने लायक नहीं, अभी राहत मिलना भी मुश्किल
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। इस वजह से हवा सांस लेने लायक नहीं है। अभी इससे राहत के भी आसार नहीं हैं। शनिवार सुबह लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। इस वजह से हवा सांस लेने लायक नहीं है। अभी इससे राहत के भी आसार नहीं हैं। शनिवार सुबह लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर ऐप’ के अनुसार सुबह नौ बजे एक्यूआई 407 रहा। सुबह 8 बजे राजधानी में दो दर्जन से अधिक जगहों पर प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली का औसत एक्यूआई 417 दर्ज किया गया। शुक्रवार को राजधानी में एक्यूआई 396 दर्ज किया गया था।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बाद सरकार ने ई-बस और सीएनजी से चलने वाली बस को छोड़कर अंतरराज्यीय बसों के प्रवेश पर शुक्रवार को प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा बीएस-3 पेट्रोल, बीएस-4 डीजल चारपहिया वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है। इसका उल्लंघन करने पर 20 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। ग्रैप के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में निर्माण गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई है।
आज भी कोहरा छाने की संभावना : मौसम विभाग के अनुसार रविवार की सुबह भी हल्की धुंध और कोहरा छाए रहने की संभावना है। राजधानी में शनिवार की सुबह भी विभिन्न इलाकों में कोहरा छाया रहा। अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदूषण रोकने को ठोस कदम की जरूरत : भाजपा
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भाजपा ने दिल्ली सरकार पर ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी को अपने पर्यावरण मंत्री को निर्देश देना चाहिए कि वह बयानबाजी छोड़कर प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए ठोस काम करें।
लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे : कांग्रेस
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 11 वर्षों के कार्यकाल में मुख्यमंत्री बदल गए परंतु दिल्ली की समस्याओं और गंभीर दमघोटू प्रदूषण पर नियंत्रण करने के मामले वर्ष दर वर्ष बढ़ रहे हैं। गैस चेंबर बनी राजधानी के नागरिक अपने को असहाय महसूस कर रहे हैं।